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कांग्रेस विधायक पर युवक को बंधक बना कर हत्या का आरोप, SP से हुई शिकायत

दमोह जिले के झालौन गांव के रहने वाले अर्जुन सिंह ने मंडला जिले की निवास विधानसभा सीट से कांग्रेस डॉ अशोक मर्सकोले पर बेटे का अपहरण कर हत्या करने का आरोप लगाया है. अर्जुन सिंह ने मामले में दमोह एसपी से शिकायत की है. वही विधायक ने मामले में जांच की बात कही है.

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डॉ. अशोक मर्सकोले, कांग्रेस विधायक

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Published : Jul 18, 2020, 12:45 PM IST

मंडला। निवास विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक डॉ अशोक मर्सकोले पर एक युवक को बंधक बनाकर हत्या किए जाने का आरोप लगा है. झालौन गांव में रहने वाले अर्जुन सिंह ने आरोप लगाया है कि, उनका बेटा डॉक्टर मर्सकोले के यहां काम करता था, जो पिछले कई दिनों से लापता है. वहीं इस मामले में विधायक का कहना है कि, उन पर जो आरोप लगा है, वो इस मामले में हर तरह की जांच के लिए तैयार हैं.

डॉ. अशोक मर्सकोले, कांग्रेस विधायक

दरअसल, दमोह जिले के झालौन गांव में रहने वाले अर्जुन सिंह आरोप लगाया है कि, विधायक के बेटे ने उनके बेटे को बंधक बनाकर रखा और फिर उसकी हत्या कर दी. अर्जुन सिंह ने दमोह एसपी से पूरे मामले की शिकायत की है. उन्होंने पुलिस को बताया कि, उनका बेटा एक बार काम छोड़ने के बाद दोबारा विधायक के बेटे के पास गया था. अब विधायक कह रहे हैं कि, उन्हें नहीं पता की सुरेंद्र कहां है. उनका बेटा सुरेंद्र काफी समय से निवास विधायक डॉ अशोक मर्सकोले की कंपनी में उनके शेयरों की खरीदी- बिक्री का काम करता था, जिसका पूरा लेनदेन रागिनी देवी पटेल नाम के अकाउंट से होता था. सुरेंद्र ने बताया कि, विधायक के शेयरों की खरीदी बिक्री के जरिए लाखों रुपए की कमाई होती थी. यह सब उनके बेटे की मेहनत का नतीजा है, जिसकी बात खुद विधायक मर्सकोले भी स्वीकार कर चुके हैं. जिसकी उनके पास रिकार्डिंग है.

काम छोड़ने पर सुरेंद्र को मिली थी धमकी

फरियादी ने बताया, कुछ समय पहले उनका बेटा सुरेंद्र काम छोड़कर घर वापस आ गया था. जिसे विधायक ने फिर से काम पर बुलाया, उसने काम पर जाने से मना कर दिया था. इस पर विधायक ने सुरेंद्र को धमकी दी थी कि, अगर वो काम पर नहीं आया तो पूरे परिवार को जेल भिजवा देंगे. अर्जुन का कहना है कि विधायक ने भोपाल में उनके बेटे के खिलाफ झूठी शिकायत भी दर्ज कराई थी. तब सुरेंद्र ने खुद भोपाल क्राइम ब्रांच में जाकर अपना पक्ष रखा था.15 मई को विधायक उनके गांव पहुंचे और सुरेंद्र को वापस भेजने को कहा, उस समय सुरेंद्र घर पर नहीं था. दूसरे दिन सुरेंद्र अपने भाई चंद्र प्रसाद के साथ विधायक के पास पहुंचा, छोटा बेटा वापस आ गया और सुरेंद्र वहीं रुक गया. कुछ दिनों तक सुरेंद्र से बात हुई, लेकिन इसके बाद से संपर्क नहीं हो पा रहा है. इसलिए इस मामले में तत्काल कार्रवाई की जाए.

विधायक ने कहा झूठा है आरोप

इस पूरे मामले पर विधायल अशोक मर्सकोले का कहना है कि, उन्हें इस बात की जानकारी मिली है कि, उन पर झूठा आरोप लगा है. वो इस मामलें में हर तरह की जांच के लिए तैयार हैं. उन्होंने दमोह और मंडला जिले के एसपी से बात कर पूरे मामले में जांच के लिए सहयोग की बात कही है.

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