मंडला। लॉकडाउन के दौरान लोगों के बाहर आकर घूमने से परेशान मण्डला कलेक्टर ने सख्त रुख अपनाते हुए 10 अप्रैल से अनिश्चित काल तक के लिए मण्डला को पूरी तरह से बंद कर दिया है. इस दौरान अब किसी तरह की कोई भी दुकानें नहीं खुलेंगी, सब्जियों की आपूर्ति के लिए घर पहुंच सेवा होगी.
मंडला पूरी तरह सील, बढ़ते कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए डीएम ने दिए आदेश
मंडला कलेक्टर डॉ जगदीश चंद्र जाटिया के द्वारा पुराने आदेशों में संशोधन करते हुए नए आदेश दिए गए हैं, जिसके अनुसार मंडला जिले की सीमाओं को पूरी तरह से बंद किये जाने के साथ ही, जिले को भी पूरी तरह से बंद कर दिया गया है.
कलेक्टर ने बताया कि, पड़ोसी जिले जबलपुर में कल सामने आए एक और कोरोना पॉजिटव मरीज और मंडला जिले के कुछ लोगों द्वारा बिना काम बाहर निकलने को देखते हुए यह फैसला लेना पड़ा, जो सम्भवतः 14 तरीख तक रहेगा. इस दौरान पेट्रोल पंप खुले रहेंगे, लेकिन जिले की पांचों सीमाओं से किसी को न तो बाहर जाने दिया जाएगा न ही आने की अनुमति दी जाएगी.
मंडला की जनता को कड़े शब्दों में समझाते हुए कलेक्टर ने स्पष्ट कर दिया है कि, अब जो भी बिना कारण बाहर घूमेगा उसे बनाई गई अस्थायी जेल में भेजा जाएगा और वहां से स्थायी जेल भी भेजा जा सकता है. चेहरे पर मॉस्क लगाकर न निकलने वालों पर भी सख्त कार्रवाई की बात डॉ जटिया ने कही है.