मंडला। नगर पालिका के चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी वेतन भुगतान को लेकर हड़ताल कर रहे हैं. हड़ताल के पहले ही दिन जगह-जगह गंदगी का अंबार दिखने लगा है.
कोरोना काल में मंडला के सभी सफाई कर्मचारियों द्वारा जो कि नियमित भी हैं और विनियमित भी हैं. सभी स्वास्थ्य शाखा के अंतर्गत नगर की साफ सफाई की जिम्मेदारी के साथ ही नगर पालिका क्षेत्र में दवाओं का छिड़काव भी करते हैं. करीब 250 कर्मियों द्वारा कोरोना महामारी के दौरान भी खुद की जान की परवाह न करते हुए गंदगी और नालियों की साफ-सफाई का कान लगातार किया जा रहा है. इसके बाबजूद सभी कर्मियों को अगस्त महीने में आधे वेतन का भुगतान किया गया. जबकि सितंबर महीने का वेतन अभी नहीं दिया गया है.
इन कर्मियों द्वारा नगर पालिका मंडला को चेताया गया था कि इनके द्वारा मजबूरी और आर्थिक जरूरतों को पूरा करने के लिए जान की बाजी लगाकर काम करना पड़ता है. इसलिए अगर समय पर वेतन के साथ ही अगस्त महीने के वेतन की बची हुई राशि का भुगतान न किया गया, तो ये हड़ताल पर चले जाएंगे. लेकिन 2 दिन बीत जाने के बाद भी जब नगर पालिका प्रशासन नहीं चेता. तो सभी कर्मचारियों ने काम बंद हड़ताल शुरू कर दी.
साथ ही जब तक पूरा भुगतान इनके खातों में नहीं आ जा,ता ये काम पर न लौटने का निर्णय ले चुके हैं. इस मामले पर तहसीलदार अनिल जैन का कहना है कि नगर पालिका से इस बात की जानकारी ली जा रही है. आखिर उन्हें वेतन क्यों नहीं मिला है. वहीं सफाई कर्मियों को भी समझाने का प्रयास किया जा रहा कि उनकी समस्याओं को जल्द हल कर दिया जाएगा. साथ ही वे काम पर लौट जाएं.