खरगोन। लॉकडाउन के चलते दूसरे जिलों से आए हजारों मजदूर खरगोन में फंसे हुए थे. जिन्हें अब बसों की मदद से वापस पहुंचाया जा रहा है. वहीं खरगोन के मजदूर, जो दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं, उन्हें भी वापस लाने की कवायद शुरु हो गई है. इसके लिए गुजरात की सीमा पर बसें लगाई गई हैं.
खरगोन में फंसे 21 जिलों के मजदूरों को प्रशासन ने पहुंचाया उनके घर - वापस लाने के लिए बसें तैनात
लॉकडाउन के चलते खरगोन जिले में प्रदेश के 21 जिलों के हजारों मजदूर फंस गए थे, जिन्हें बस के माध्यम से वापस उनके घर छोड़ा जा रहा है. साथ ही दूसरे राज्यों में फंसे जिले के 3 हजार 200 मजदूरों को वापस लाने की कवायद भी शुरू कर दी गई है.
भिंड जिले के 25 से 30 लोग हैं. सभी मजदूरी करने आए थे. लेकिन लॉकडाउन के कारण यहीं फंस गए. जिन्हें अब प्रशासन के सहयोग से वापस भेजा जा रहा है. जिला पंचायत सीईओ डीएस रणदा ने बताया कि, जिले में प्रदेश के 21 जिलों के लगभग 1,950 मजदूर आए थे. जिन्हें लगातार उनके घर बसों के माध्यम से भेजा जा रहा है. बड़वाह के कुछ मजदूर शेष बचे हैं, जिन्हें आज उनके घरों के लिए रवाना किया जा रहा है.
वहीं दूसरे प्रदेशों में खरगोंन के 3 हजार 2 सौ मजदूर फंसे हैं. जिनमे सबसे ज्यादा 1900 मजदूर गुजरात में हैं. जिन्हें लाने के लिए मध्यप्रदेश और गुजरात की सीमा के पास पिटोल बेरियर पर 75 बसें लगाई गई हैं. जहां से मजदूरों को वापस लाया जाएगा, जबकि पिटोल तक गुजरात सरकार छोड़ेगी.