खरगोन। पेट की भूख लोगों को लॉकडॉउन तोड़ने पर मजबूर कर रही है, पर ये बात अब आम हो गई है. खरगोन में सैकड़ों महिलाएं कलेक्टर ऑफिस के बाहर टकटकी लगाई बैठी हैं कि उन्हें शासन की ओर से मदद मिल जाएगी, लेकिन उन्हें अभी तक प्रशासन की ओर से कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला है. इन महिलाओं के पास गरीबी रेखा का कूपन भी नहीं है, जिससे इन्हें राशन मिल सके. जैतापुर और भडली की महिलाओं ने भूख से परेशान होकर प्रशासन से गुहार लगाई है कि उन्हें तुरंत राशन उपलब्ध कराया जाए.
राशन के लिए महिलाएं पहुंची कलेक्ट्रेट, मिला ये आश्वासन - Corona virus Municipality CMO Nishikant Shukla
राज्य सरकार भले ही गरीबों को राशन देने की बात पर अपनी पीठ क्यों ना थपथपा रही हो लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है. खरगोन में सैकड़ों महिलाएं राशन की मांग के लिए कलेक्ट्रेट पहुंची और उसे उपलब्ध कराने की बात कही.
नगर पालिका सीएमओ निशिकांत शुक्ला ने कहा कि हमने इन महिलाओं के कूपन देखे हैं, जिस पर इन्हें अनाज नहीं मिला है. हर दिन हजारों पैकेट पका हुआ भोजन वितरित किया जाता है. जैसे ही राशन आएगा, इन्हें दिया जाएगा.
खरगोन विधयाक रवि जोशी ने कहा कि केंद्र सरकार से राशन अब तक नहीं मिला है, इन्हें नगर पालिका एक समय का भोजन दिया जा रहा है, इन महिलाओं के हाथों को काम नहीं है. मैंने भी आपदा प्रबन्धन की बैठक में तुलसी सिलावट और कलेक्टर गोपाल चन्द्र डाड से शहरी क्षेत्र में मनरेगा के तहत काम उपलब्ध कराने के लिए बात की है.