खरगोन। प्रदेश में एक बार फिर शराब पीने से लोगों की तबीयत बिगड़ने और मौत का मामला सामने आया है. हाल ही में खरगोन जिले के गोगांव थाना क्षेत्र में शुक्रवार को शराब पीने से करीब 15 लोग उल्टी-दस्त से प्रभावित हुए हैं. तबीयत बिगड़ते ही 6 लोगों को खरगोन जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां इलाज के दौरान ही दो लोगों की मौत हो गई.
जिला अस्पताल में इलाज के दौरान मौत
गोगांव थाना अंतर्गत देवला गांव में शुक्रवार की रात शराब पीने के बाद करीब 15 लोगों को उल्टी-दस्त की शिकायत हुई. इनमें से पांच लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती किया गया. जबकि एक को प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती किया गया. जहां इलाज के दौरान एक शख्स की गंभीर हालत देख उसे इंदौर रेफर किया गया है. वहीं दो लोगों की इलाज के दौरान जिला अस्पताल में मौत हो गई है.
बिना पोस्टमार्टम किए सौंप दिए शव
इस मामले में खरगोन जिला अस्पताल की बड़ी लापरवाही सामने आई है. इलाज के दौरान मृत दोनों शख्सों के शव का अस्पताल प्रबंधन ने बिना पोस्टमार्टम कराए ही परिजनों ने सौंप दिया.
जांच के बाद की जाएगी कार्रवाई
ग्रामीणों ने बताया कि शुक्रवार को शराब पीने के बाद 15 लोग को उल्टी-दस्त की शिकायत हुई थी. कुछ लोग ठीक हो गए. लेकिन 6 लोगों को जिला अस्पताल और कई अस्पतालों भर्ती किया गया. वहीं SP शैलेंद्र सिंह ने बताया कि गोगांव थाने के ग्राम देवला में बीती रात को शराब पीने के बाद से लोगों की तबीयत खराब हुई थी. जिला अस्पताल प्रबंधन ने दो लोगों की मौत के बाद पोस्टमार्टम नहीं किया है. वहीं परिजनों, मरीजों और डॉक्टरों से बात की जा रही है. इस मामले में जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी.
- उज्जैन में जहरीली शराब पीने से हुई थी 16 लोगों की मौत
14 अक्टूबर 2020 को उज्जैन थाना खारा कुआं अंतर्गत छत्री चौक पर गोपाल मंदिर इलाके में कुछ लोगों ने सड़क किनारे सात लोगों को गिरा हुआ देखा था. जिसके बाद तुरंत पुलिस को जानकारी दी गई थी. जानकारी के आधार पर मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी युवकों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया था, जहां डॉक्टरों ने दो लोगों को मृत घोषित कर दिया था. इलाज के दौरान ही पांच और युवकों की मौत हो गई थी.
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दो दिनों में शहर के तीन थाना क्षेत्रों में 16 लोगों की मौत का मामला सामने आया, जिनकी मौत जहरीली शराब पीने से हुई थी. मामले में सीएम शिवराज ने अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी थी और SIT से जांच कराने के भी निर्देश दे दिए थे. इसके अलावा सीएम शिवराज ने अपराधियों को चेतावनी देते हुए कहा था कि दोषियों को ऐसी सजा देंगे कि वो कांप जाएंगे.
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जांच के दौरान इस मामले में चार अधिकारियों पर गाज गिरी थी, जिसके बाद एक थाना प्रभारी समेत चार लोगों को सस्पेंड किया गया था. शहर में हुई मौतों के बाद अलग-अलग इलाकों में आला अधिकारियों की 5-5 सदस्यों की पांच टीम ने चेकिंग अभियान चलाया और देर रात फुटपाथ पर सो रहे मजदूरों को वहां से उठाकर हटा दिया. साथ ही उनसे बातचीत कर उन्हें समझाइश दी गई.
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