खरगोन।मालवा निमाड़ के प्रमुख पर्व गणगौर पर इस बार भी कोरोना का साया नजर आया. खरगोन के कसरावद हर साल लोग धूमधाम से माता के दरबार में आकर पूजन अर्चन करते थे. लेकिन इस बार कोरोना की वजह से मंदिर बंद हैं. साथ ही लोग अपने घरों से नहीं निकल पा रहे हैं. लेकिन कसरावद की नगर पालिका ने लोगों की धार्मिक आस्था को ध्यान में रखते हुए नगर पालिका के वाहन में जवारे रूपी माता को घर-घर पहुंचाया, ताकि लोग गणगौर की पूजा कर सकें.
गणगौर पर भी रहा कोरोना का साया, घर-घर पहुंचाई गई गणगौर माता - खरगोन गणगौर पर्व
खरगोन में गणगौर पर्व धूमधाम से मनाया जाता है. लेकिन कोरोना के कारण मंदिर बंद होने और लोगों के घर से नहीं निकल पाने के कारण कसरावद नगर पालिका ने नवाचार किया. नगर पालिका ने अपने वाहन में रखकर मंदिर से ज्वारों को घर-घर पहुंचाया, ताकि लोग गणगौर की पूजा कर पाएं.
![गणगौर पर भी रहा कोरोना का साया, घर-घर पहुंचाई गई गणगौर माता](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-11425382-321-11425382-1618573605724.jpg)
200 सालों से चली आ रही है गणगौर की परंपरा
मालवा-निमाड़ में पिछले दो सौ सालों से गणगौर मनाने की परंपरा आ रही है. लेकिन पिछले साल की तरह इस साल भी लोगों के मन में गणगौर नहीं मना पाने का दुख था. इसलिए कसरावद नगर पालिका ने ज्वारे रूपी माता जी को घर-घर पहुंचाया. कसरावद नगर पालिका के इस कदम से कई लोग काफी खुश नजर आए. साथ ही नगर पालिका की कामों की जमकर तारीफ भी की.