खरगोन। गर्मी बढ़ते ही जिले में पेयजल संकट की आहट शुरू हो गई है. शहर की जीवनदायिनी कुन्दा नदी के दोनों तटों पर शहर से लेकर ऊपरी भाग में किसानों द्वारा अवैध रूप से पानी का दोहन किया जा रहा है. प्रशासन ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है.
खरगोन: कुन्दा नदी पर हो रहा अवैध रूप से पानी का दोहन, पेयजल संकट पर प्रशासन मौन - कलेक्टर
गर्मी आते ही जिले में पेयजल की समस्या होती है और हर बार प्रशासन आश्वासन देता है कि अगली गर्मी में पानी के पर्याप्त इंतजाम किये जाएंगे. शहर की जीवनदायिनी कुन्दा नदी के दोनों तटों पर शहर से लेकर ऊपरी भाग में किसानों द्वारा अवैध रूप से पानी का दोहन किया जा रहा है. प्रशासन ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है.
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गर्मी आते ही जिले में पेयजल की समस्या होती है और हर बार प्रशासन आश्वासन देता है कि अगली गर्मी में पानी के पर्याप्त इंतजाम किये जाएंगे. आलम ये है कि शहर को पेयजल उपलब्ध कराने वाली जीवनदायिनी कुन्दा नदी के दोनों किनारों पर मोटर पम्प लगाकर किसानों द्वारा पानी का दोहन किया जा रहा है और प्रशासन मूक दर्शक बना हुआ है.
मुख्य नगरपालिका अधिकारी निशिकांत शुक्ला ने बताया कि ये सही है कि गर्मी में पेयजल संकट गहरा रहा है, लेकिन इसके लिए खारक बांध और देजला देवड़ा बांध पर पानी रिजर्व रखा गया है, जिससे गर्मी के अंत तक शहर को पेयजल उपलब्ध करा सकेंगे. वहीं इस मामले में एसडीएम अभिषेक गहलोत ने कहा कि कलेक्टर गोपाल डाड़ के निर्देश पर एक समिति बनाई है, जिसमें नगरपालिका और ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधियों को शामिल किया गया है, जो इस मामले पर जल्द ठोस कदम उठाएंगे.