खरगोन।जिले के सिगनूर गांव में बनने वाले अवैध हथियार देश भर में प्रसिद्ध है. यहां के हथियारों को आतंकवादियों को सप्लाई करने का मामला सामने आया है. इस मामले का खुलासा तब हुआ जब अमृतसर जेल का एक कैदी जेल के अंदर बैठे-बैठे ही हथियार तस्करी का नेटवर्क संचालित करता रहा. जब आरोपी से पंजाब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो खुलासा हुआ कि खरगोन से वो हथियार खरीदकर आतंकवादियों को सप्लाई करता था. जिसके बाद पंजाब पुलिस और खरगोन पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इन आरोपियों के पास से पुलिस ने 12 पिस्टल और 24 कारतूस जब्त किए हैं.
जेल से संचालित हो रहा था नेटवर्क
अमृतसर की फताहपुर सेंट्रल जेल में कैद गैंगस्टर आकाशदीप सिंह मोबाइल फोन के जरिए मध्य प्रदेश से हथियार मंगाकर आतंकवादियों को सप्लाई करता था. आकाशदीप सिंह वही शख्स है, जिसे साल 2019 में ड्रोन के जरिए बॉर्डर पार से हथियार मंगवाने के आरोप में पकड़ा गया था. उसी समय से वह अमृतसर जेल में बंद है.
अमृतसर पुलिस ने किया पर्दाफाश
अमृतसर देहाती पुलिस ने गैंगस्टर आकाशदीप सिंह के नए मॉडयूल का पर्दाफाश करते हुए शनिवार को खरगोन से दो लोगों को गिरफ्तार किया है. अमृतसर देहाती पुलिस की शुरुआती जांच के मुताबिक आकाशदीप सिंह का यह मॉड्यूल पिछले तीन महीनों में पंजाब के अंदर 32 बोर के करीब 24 पिस्टल और मैगजीन सप्लाई कर चुका है.
एक महीने पहले मिला था क्लू
अमृतसर देहाती के घरिंडा थाना की पुलिस ने एक महीना पहले, 10 दिसंबर 2020 को करनबीर सिंह निवासी तरनतारन, विक्रम सोनू निवासी खेमकरण (अमरकोट) तरनतारन, दविंदर सिंह निवासी फरीदकोट, दलजीत सिंह निवासी फरीदकोट और कई लोगों के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया था. पुलिस के मुताबिक ये लोग 10 दिसंबर को कार के जरिए चीचा भकना(पंजाब) में लूट की वारदात को अंजाम देने जा रहे थे, लेकिन उससे पहले ही उन्हें दबोच लिया गया.