खरगोन। खरगोन से 10 किलोमीटर दूर बनी हवाई पट्टी में रखा सरकारी सामान रख रखाव के अभाव में इन दिनों कबाड़ में परिवर्तित हो रहा है. जिसकी देखरेख के लिए न कोई चौकीदार रखा गया है और न यहां सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं. आलम यह है यह स्थान स्थानीय लोगों के लिए घूमने और मवेशी चराने की जगह बन गई है.
कबाड़ बनता जा रहा खरगोन के पायलट ट्रेनिंग सेंटर का सामान, प्रशासन नहीं दे रहा ध्यान - कबाड़ बनता जा रहा पायलट ट्रेनिंग सेंटर का सामान
खरगोन में बनी हवाई पट्टी पर दस साल पहले पायलेट ट्रेनिंग सेंटर शुरु किया गया था. लेकिन कुछ साल बाद इसे बंद कर दिया गया. जिससे बाद से यहां रखा सामान कबाड़ बनता जा रहा है. लेकिन इसकी देखरेख करने वाला कोई नहीं है.
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खरगोन में एक दशक पहले हवाई पट्टी पर पायलेट ट्रेनिंग सेंटर शुरू हुआ था. जिसके बाद कुछ साल बाद जिला प्रशासन ने इसे सीज कर दिया था. तब से लेकर आज तक कोई देख-रेख करने वाला नहीं है. जिससे यहां रखे कुछ छोटे हवाई जहाज और अन्य जरूरी सामान कबाड़ बनता जा रहा है. स्थानीय लोग यहां अपने मवेशी चराने लगे हैं. लेकिन प्रशासन इसकी तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा.
वहीं अनौपचारिक चर्चा में एसडीएम अभिषेक सिंह गहलोद ने बताया कि रखरखाव का जिम्मा सीज करने के बाद उड्डयन विभाग को सौंपा था. इस संबध में उन्हें कई पत्र भी लिखे हैं. इसके लिए जिला प्रशासन के पास कोई फंड नहीं होता है. लेकिन सरकारी समस्या में उलझी इस हवाई पट्टी पर रखा कीमती सामान खराब हो रहा है.