खरगोन। बाल मजदूरी रोकने के लिए प्रशासन कितना सतर्क है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि बिस्टान में मजदूरी करने जा रहे 50 बच्चों को रेस्क्यू करने के बाद भी श्रम अधिकारियों को मौके पर पहुंचने में घंटों लग गए.
मजदूरी करने जा रहे 50 बच्चों को बाल आयोग की टीम ने किया रेस्क्यू - negligence with fifty rescued from child labor
खरगोन में मजदूरी करने जा रहे 50 बच्चों को बाल आयोग के सदस्यों ने रेस्क्यू किया, जिसके बाद उन्होंने श्रम विभाग के अधिकारियों को पूरे मामले की जानकारी दी. लेकिन अधिकारियों को मौके पर पहुंचने में घंटों लग गए.
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मामले का ब्योरा लेते अधिकारी
बाल आयोग ने 50 बच्चों को किया रेस्क्यू
ये है पूरा मामला-
- बच्चे बिस्टान के आस पास के इलाकों में मजदूरी करने जा रहे थे.
- बाल कल्याण बोर्ड ने इन बच्चों को रेस्क्यू किया था.
- रेस्क्यू के बाद बोर्ड के सदस्यों ने श्रम अधिकारियों को फोन कर इसकी सूचना दी.
- श्रम अधिकारियों को सुबह करीब 7 बजे इसकी सूचना दी गई थी, लेकिन वो शाम पांच बजे मौके पर पहुंचे.
जब सह श्रम अधिकारी से इस बारे में सवाल किए गए, तो वो बिना कुछ बोले वहां से चलते बने.