खरगोन। जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र में आने वाले ग्राम मारूगढ़ में 6 दिन पहले हुई सामूहिक दुष्कर्म की घटना में 150 पुलिस कर्मियों द्वारा 400 मोबाइल खंगालने और 30 संदिग्धों से पूछताछ करने के बाद भी अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है. इस मामले में इंदौर IG योगेश देशमुख के मार्गदर्शन में 6 दिनों में पुलिस ने सभी तरह के हाथ पैर मार लिए हैं. लेकिन कोई सुराग नहीं लगा है.
खरगोन मारूगढ़ दुष्कर्म मामला: चार दिन बाद भी पुलिस को नहीं मिला कोई सुराग - खरगोन गैंगरेप केस अपडेट
खरगोन जिले के चैनपुर क्षेत्र में मारूगढ़ हुए गैंगरेप के चार दिन बाद भी अब तक पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला है. 150 पुलिसकर्मियों द्वारा 400 मोबाइल खंगालने और 30 संदिग्धों से पूछताछ के बाद भी नतीजा अब तक नहीं निकला है
पुलिस द्वारा पीड़िता का दो बार मेडिकल कराया जा चुका है. लेकिन मेडिकल जांच अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाई है. वहीं बीते दो दिनों में पुलिस ने अलग-अलग गांव के 10 संदिग्धों को हिरासत में लिया था. जबकि तीन संदिग्ध आरोपियों से बीते 2 दिनों तक लंबी पूछताछ की गई, लेकिन नतीजा नहीं निकला, ऐसे में पुलिस की मुश्किलें बढ़ गई है.
एसपी शैलेंद्र सिंह चौहान के मुताबिक अलग-अलग संदिग्धों से पूछताछ की गई है, अभी तक कोई लिंक का पता नहीं चला है, जिससे आरोपी की पहचान हो सके, लेकिन जांच लगातार जारी है. गौरतलब है कि जिला मुख्यालय से लगभग 55 किलोमीटर दूर झिरन्या थाना क्षेत्र के मारुगढ़ में 16 वर्षीय नाबालिग और उसके भाई खेत की देखभाल कर रहे थे. इस दौरान आधी रात के बाद कुछ बदमाश पानी पीने आए और युवती को देखकर उसे साथ में उठाकर ले गए, जिसके बाद तीनों आरोपियों ने नाबालिग के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया था.