खरगोन। महेश्वर में चल रहे निमाड़ उत्सव के समापन के अवसर पर लोक संस्कृति की छटा बिखेरती उड़ीसा की लोक नृत्य प्रस्तुति ने उत्सव में चार चांद लगा दिये. इस अवसर पर कवियों ने भी अपनी रचनायें पढ़ी जिनमें राहत इंदौरी जैसे बड़े कवि शामिल हुये. इस दौरान संस्कृति मंत्री विजयलक्ष्मी साधौ भी मौजूद रहीं.
उड़ीसा के लोक नृत्य और कवियों की रचनाओं के साथ हुआ निमाड़ उत्सव का समापन - खरगोन
महेश्वर में चल रहे 9 दिवसीय निमाड़ उत्सव के समापन कार्यक्रम में कई सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुतियां हुई, इस दौरान उड़ीसा से आये एक लोक नृत्य ग्रुप ने अपनी गरिमामयी प्रस्तुति देकर माहौल में लोक रंग बिखेरा तो वहीं, कवियों ने अपनी रचनाओं से दर्शकों को खूब हंसाया. कार्यक्रम में संस्कृति मंत्री विजयलक्ष्मी साधौ भी शामिल हुईं.
खरगोन जिले की ऐतिहासिक और पौराणिक नगरी महेश्वर में बीते दिनों से चल रहा निमाड़ उत्सव का समापन हुआ. उत्सव के समापन पर उड़ीसा से आए लोक नृत्य दल ने मनमोहक प्रस्तुतियां दीं. वहीं उत्सव के दौरान हुई प्रतियोगिता के प्रतिभागियों को पुरुस्कार वितरण किया गया. इस समापन अवसर पर कवि सम्मेलन में आए कवियों ने देर रात तक दर्शकों को गुदगुदाया.
कार्यक्रम को लेकर संस्कृति मंत्री विजयलक्ष्मी साधौ ने कहा कि 25 वर्ष पहले जब में संस्कृति मंत्री थी तब महेश्वर को राष्ट्रीय स्तर तक पहचान दिलाने के लिए इस कार्यक्रम की शुरुआत की थी और उसमें काफी हद तक सफलता भी मिली थी. लेकिन, पिछली सरकार के कारण इस कार्यक्रम का अवमूल्यन होकर बीते दो सालों से बन्द ही हो गया था. उन्होंने कहा कि मां नर्मदा की कृपा से फिर से संस्कृति मंत्री बनी हूं और बहुत ही कम समय मे 9 दिवसीय भव्य कार्यक्रम आयोजन किया गया है, संस्कृति विभाग के अधिकारी, कर्मचारियों ने इस भव्य आयोजन को सफल बनाया है.