खरगोन। लॉकडाउन में नर्मदा नदी का नया रूप दिख रहा है. खुली आंखों से नर्मदा की निर्मलता साफ झलक दिख रही है. पीएचई विभाग के मुताबिक नदी के स्वच्छता के जो नतीजे मिले हैं, वो पिछले 20 साल में सबसे बेहतर हैं. लॉकडाउन के दौरान बीओडी कमी आई है. वहीं कुल घुलित पदार्थ भी कम हो गया है. नदी में कमर्शियल सीवेज, नहाने-धोने पर पाबंदी रहने से प्रदूषण में कमी आई है. जिसकी गबाही महेश्वर का अहिल्या घाट दे रहा है. जहां साफ और स्वच्छ नर्मदा बह रही है. इसकी वजह पर्यटकों की आवाजाही पर पाबंदी भी थी.
लॉकडाउन में नर्मदा हुई साफ, जल में बढ़ी ऑक्सीजन की मात्रा - महेश्वर का अहिल्या घाट
लॉकडाउन में नर्मदा के पानी में काफी शुद्धता आई है. पानी में ऑक्सीजन की मात्रा में भी बढ़ोतरी हुई है. पानी इतना साफ हो गया है कि, अहिल्या घाट पर भी नदी में पाए जाने वाले जलीय जीव दिखने लगे हैं.
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अहिल्या घाट
लॉकडाउन में नर्मदा हुई साफ
लॉकडाउन की पूर्व की स्तिथि पर नजर डालें, तो पानी में गंदगी की वजह से जलीय जीव दिख नहीं पाते थे. लेकिन अब पानी इतना साफ हो गया है कि, नर्मदा नदी के जल में इन्हें साफ तौर पर देखा जा सकता है. पानी में ऑक्सीजन की मात्रा भी बढ़ी है. पानी में शुद्धता आई है.