खरगोन। प्रदेश भर में CAA और NRC के खिलाफ प्रदर्शन का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है. गुरुवार को शहर में भारत रक्षा मंच ने सीएए के समर्थन में रैली निकाली थी, तो वहीं मुस्लिम महिलाओं ने इस कानून के विरोध में केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. महिलाओं ने हाथों में तिरंगा लेकर शहर की पुरानी सब्जी मंडी चौराहे पर धरना-प्रदर्शन किया. इन महिलाओं की मांग है कि जब तक केंद्र सरकार नागरिकता संशोधन कानून वापस नहीं ले लेती, तब तक ये धरना-प्रदर्शन चलेगा.
CAA के विरोध में मुस्लिम महिलाओं का अनिश्चितकालीन धरना जारी - जागृत आदिवासी संगठन
खरगोन में मुस्लिम महिलाएं नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में शहर की पुराने सब्जी मंडी चौराहे पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठी हैं. उनका कहना है ये कानून जब तक वापस नहीं लिया जाएगा, ये धरना जारी रहेगा.
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मुस्लिम महिलाओं का कहना है कि देश को हिंदू-मुस्लिम सभी ने मिलकर आजाद कराया था. ये देश को बांटने वाला कानून है. केंद्र सरकार एनआरसी के जरिए उनकी पीढ़ियों की जानकारी मांग रहे हैं, वे कहां से लाएंगे. वहीं एक अन्य महिला ने पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि हमारा वोट लेकर वे प्रधानमंत्री बने, तब हम देश के नागरिक थे, लेकिन अब हमसे नागरिकता का सबूत मांगा जाएगा. ये सबूत हम कहां से लाएंगे.
वहीं आंदोलन के दूसरे दिन मुस्लिम महिलाओं को समर्थन देने पहुंची जागृत आदिवासी दलित संगठन की नेता माधुरी बेन ने कहा कि ये आंदोलन पूरे देश का आंदोलन है. देश में जितने भी लोग हैं, जो संवैधानिक मूल्यों को को मनाने वाले हैं, जो देश से प्रेम करते हैं और लोकतंत्र को बरकरार रखना चाहते हैं वे सभी आंदोलन कर रहे हैं, उन्होंने इस आंदोलन को आजादी की नई लड़ाई बताया.