खरगोन। जिले के कसरावद के अनुमंडल अधिकारी (राजस्व) अग्रीम कुमार ने बताया कि मंगलवार दोपहर को नवलपुरा गांव में व्यक्ति ने अपने घर में फांसी लगा ली. सुसाइड करने वाले की पहचान ध्यान सिंह (45) के रूप में की गई है. इसके बाद खरगोन कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने इसकी मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए. मृतक के बेटे राजू ध्यान सिंह का कहना है कि प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) के तहत स्वीकृत उनका आवास वन विभाग ने बिना किसी पूर्व सूचना के गिरा दिया. मकान गिराने के दौरान विन विभाग के अमले ने उनके माता-पिता को पीटा था. वन विभाग द्वारा परेशान किए जाने के बाद उनके पिता ने सुसाइड कर लिया. (MP Tribal Man Suicide)
कलेक्टर ने 15 दिन में मांगी रिपोर्ट :वहीं, गोपालपुरा के पंचायत सचिव मुन्नालाल सिसोदिया ने कहा कि मृतक को घर के लिए पीएमएवाई के तहत पहली किस्त के रूप में राशि आवंटित की गई थी, लेकिन वन विभाग ने प्रारंभिक निर्माण को ध्वस्त कर दिया. अनुमंडल अधिकारी अग्रिम कुमार ने कहा कि सुसाइड की घटना के बाद स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया और सड़क जाम कर दिया. वन विभाग के अधिकारियों पर परेशान करने का आरोप है. इस मामले को लेकर कलेक्टरने 15 दिनों के भीतर रिपोर्ट मांगी है.
राहत राशि की मांग :सुसाइड की इस घटना को लेकर आदिवासी राजनीतिक संगठन जय आदिवासी युवा शक्ति के स्थानीय पदाधिकारी दयाराम कुर्कू ने कहा कि उन्होंने प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है और वन विभाग के अमले के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज करने की मांग की है. संगठन ने मृतक के बेटे के लिए सरकारी नौकरी और परिवार के लिए 50 लाख रुपये की सहायता की भी मांग की है.