खरगोन। अपने परिवार के भरण पोषण के लिए आये अन्य जिलों के मजदूरों के सामने ही रोजी रोटी का संकट आ गया था. लेकिन देर आये दुरुस्त आये की तर्ज पर आखिरकार शासन का साथ मिल गया. कोरोना संक्रमण व लॉकडाउन के चलते पिछले एक महीने से भीकनगांव तहसील की कई ग्राम पंचायतों में फंसे मजदूरों को आज अपने अपने ग्रह गांव पहुंचाने की व्यवस्था मध्यप्रदेश सरकार के आदेश के बाद जनपद पंचायत द्वारा की गई.
प्रवासी मजदूरों को पहुंचाया गया उनके गांव, बसों को किया गया सैनेटाइज - कोरोना संक्रमण
खरगोन में बाहर से मजदूरी करने आए 129 मजदूरों को प्रशासन के निर्देश पर भीकनगांव जनपद से उनके गृह ग्राम पहुंचाया गया है. मजदूरों को बस से रवाना करने से पहले बसों को सेनेटाइज किया गया और मजदूरों का स्वास्थ्य परीक्षण किया.
![प्रवासी मजदूरों को पहुंचाया गया उनके गांव, बसों को किया गया सैनेटाइज Workers from outside in Khargone were taken to their home village](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-6943161-693-6943161-1587874520112.jpg)
जनपद पंचायत सीईओ आरिफ खान ने बताया कि अभी तक ग्राम पंचायतों से मिली जानकारी के मुताबिक 196 मजदूरी की जानकारी मिली है. सभी मजदूर मध्यप्रदेश के अलग-अलग जिलों के है. सभी को 7 बसों से आपने अपने गृह गांव पहुंचाया जा रहा है. वहीं बताया कि सभी बसों को सेनेटाइज किया है. साथ ही सभी बस ड्राइवरो को निर्देशित किया है कि मजदूरों को बस में बैठाते समय सोशल डिस्टेंस का भी विशेष ध्यान रखे. मजदूरों को रवाना करने से पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भीकनगांव लाया गया जहां सभी का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया उसके बाद ही बसों को रवाना किया गया.