खरगोन।लूट और डकैती के आरोपी की जेल में मौत (Youth Died in Police Station) हो गई. मौत के बाद गुस्साएं ग्रामीणों ने थाने पर पथराव कर तोड़फोड़ (Villagers Pelted Stones at Police Station) कर दी. ग्रामीणों द्वारा किए गए पथराव में तीन पुलिसकर्मियों को चोट भी आई है. पुलिस ने आंसू गैस (Tear Gas) के गोले छोड़ स्थिति को काबू में किया. इस मामले में कांग्रेस ने विजयालक्ष्मी साधौ (Former Minister Vijayalakshmi Sadho) की अध्यक्षता में विशेष जांच दल (SIT) गठित किया है. इस मामले में खरगोन एसपी ने चार पुलिसकर्मियों को निलंबित भी किया है. सरकार ने पीड़ित परिवार को 45 हजार रुपए की आर्थिक सहायता का ऐलान किया है.
दरअसल खेरकुंडी गांव के लूट और डकैती के 35 वर्षीय आदिवासी समाज के आरोपी बिसन की जेल में सोमवार देर रात मौत हो गई थी. आरोपी की मौत के बाद बिस्टान थाने पर मंगलवार सुबह अचानक 100 से अधिक आदिवासियों ने पथराव किया. इस दौरान पुलिस वाहन सहित थाने में भी जमकर तोड़फोड़ की. पथराव में 3 पुलिसकर्मियों को चोट आई है. इस दौरान पुलिस ने आंसू गैस का उपयोग कर ग्रामीणों को भगाया.
लूट के आरोप में 12 लोग गिरफ्तार
पुलिस का कहना है कि पथराव की सूचना मिलते ही एसडीएम सत्येंद्र, एएसपी जितेन्द्रसिंह पंवार और एसडीओपी सहित भारी पुलिस फोर्स मौके पर पहुंचा. जिसके बाद स्थिति नियंत्रण में है. एएसपी जितेन्द्रसिंह पवांर ने कहा कि तीन दिन पूर्व बिस्टान पुलिस ने 12 लोगों को लूट और डकैती के मामले में गिरफ्तार किया था. बीती रात 2 बजे एक आरोपी बिसन की मौत हो गई. सुबह करीब साढे नौ बजे 100 से अधिक आदिवासियों ने थाने का घेराव कर पथराव कर दिया. घटना दुर्भाग्यपूर्ण है.
लूट और डकैती के आरोप में 12 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. इनमें से एक आरोपी की जेल में मौत हो गई. इस कारण आरोपी पक्ष के 100 से ज्यादा लोगों ने बिस्टान थाने पर पथराव कर दिया. पुलिस बल ने मौके पर पहुंचकर मामले को कंट्रोल में कर लिया.
- जितेन्द्रसिंह पंवार, एएसपी, खरगोन
ग्रामीणों ने पुलिस पर लगाया हत्या का आरोप
आदिवासी ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस के कारण बिसन की मौत हो गई है. हालांकि तहसीलदार ने कहा है कि प्रारंभिक रूप से ऐसा नहीं लग रहा है. मृतक के शरीर पर चोट के निशान नहीं हैं. पोस्टमार्टम रिपोर्ट और मजिस्ट्रियल जांच में ही मामले का खुलासा होगा. फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है. पथराव की घटना में 3 पुलिसकर्मियों को चोट आई है. पुलिस ने बहुत ही संवेदनशीलता से काम किया है.