खरगोन। भीषण गर्मी और पानी की किल्लत, इस जिले के लोगों के लिए मसूबतों का सबब बनी हुई है. गोपालपुरा गांव में न तो पीने के लिए पानी है, न नहाने के लिए, यहां तक कि शौच के लिए भी पानी मीलों दूर से लाना पड़ रहा है. वहीं प्रशासन इसका हल ढ़ूढ़ने की बजाय मौन बैठा है.
गर्मी से तप रहा है खरगोन, ग्रामीण पानी की बूंद-बूंद के लिए मोहताज
खरगोन में पारा 47 डिग्री तक पहुंच गया है, लेकिन जिले के ग्रामीणों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है. गोपालपुरा के लोग पानी की बूंद-बूंद के लिए तरस रहे हैं जबकि प्रशासन चुप्पी साधे बैठा है.
खरगोन जिले का तापमान 47 डिग्री तक पहुंच गया है. गोपालपुरा गांव के लोग बताते हैं कि पानी की किल्लत से उनकी परेशानियां बढ़ती जा रही हैं. ग्रामीणों को मीलों दूर जाकर पानी लाना पड़ रहा है, जबकि सरपंच के पास खुद का कुआं है इसलिए उन्हें कोई परेशानी नहीं हो रही है. अधिकारियों से शिकायत करने पर टैंकर तो आता है, लेकिन ग्रामीण नाहर सिंह बताते हैं कि बारिश के दिनों में पानी वितरण किया जाता है. पूरी गर्मी ऐसे ही निकल जाती है.
यहां एक हैंड पंप है जोकि 6 माहिने से बंद पड़ा हुआ है. इसमें अगर दो पाइप डाल दिए जाए तो हैंड पंप चालू हो सकता है, लेकिन प्रशासन कुछ करना ही नहीं चाहता है. ग्रामीणों का मानना है कि प्रशासन चाहे तो इन सभी मुसीबतों का हल निकाल सकता है लेकिन प्रशासन की लापरवाही के चलते ग्रामीणों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है.