खरगोन| बीजेपी और कांग्रेस हमेशा ही महिलाओं को आगे लाने की बात करते हैं, लेकिन आजादी के बाद से खरगोन-बड़वानी लोकसभा सीट पर दोनों ही पार्टियों ने महिला उम्मीदवारों को कभी तवज्जो नहीं दी.
खरगोन-बड़वानी लोकसभा सीट को 60 साल में कभी नहीं मिली महिला प्रत्याशी - बीजेपी
खरगोन-बड़वानी लोकसभा सीट को अस्तित्व में आए लगभग 60 साल हो चुके हैं, लेकिन आजादी के बाद से इस सीट पर दोनों ही प्रमुख पार्टियों ने महिला उम्मीदवारों को कभी चुनावी मैदान में नहीं उतारा. इसे लेकर बीजेपी और कांग्रेस नेताओं के अपने-अपने तर्क हैं.
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खरगोन-बड़वानी लोकसभा सीट को अस्तित्व में आए लगभग 60 साल हो चुके हैं, लेकिन अब तक भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों ने महिला प्रत्याशी को टिकट नहीं दिया है. इसे लेकर बीजेपी जिलाध्यक्ष परसराम चौहान ने कहा कि हमारी पार्टी की सरकार में केंद्रीय नेतृत्व में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और निर्मला सीतारमण जैसी हस्तियां हैं. खरगोन-बड़वानी लोकसभा आदिवासी सीट है और फिर कोई दमदार प्रत्याशी भी सामने नहीं आया है.
वहीं जब इस बारे में कांग्रेस प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य मनोज बार्चे से बात की गई, तो उनका कहना है कि लोकसभा बड़ा क्षेत्र होता है और हमारी पार्टी में टिकट शीर्ष नेतृत्व तय करता है.