खरगोन। प्रतिभा किसी सहारे की मोहताज नहीं होती. ये साबित कर दिखाया है खरगोन के जुजाखेड़ी गांव के प्रतीक मुकाती ने. इन्होंने अपनी मेहनत और परिश्रम के बल पर अमेरिका की टॉप 5 लीडिंग यूनिवर्सिटीज में एडमिशन पाया है.
बड़वाह से 18 किलोमीटर दूर करीब 900 की आबादी वाले छोटे से गांव जुजाखेड़ी के 27 वर्षीय प्रतीक ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है. होनहार विद्यार्थी प्रतीक नंदराम मुकाती का चयन पीएचडी के लिए अमेरिका की 5 लीडिंग यूनिवर्सिटी में हुआ है. इसमें से एक यूनिवर्सिटी ऐसी भी है, जहां अमेरिका के 5 पूर्व राष्ट्रपति भी पढ़ चुके हैं.
अमेरिका की टॉप 5 यूनिवर्सिटीज़ में हुआ खरगोन के प्रतीक का चयन प्रतीक का कहना है कि वह अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद भारत में ही क्वांटम कम्प्यूटेशन के क्षेत्र में नए अनुसंधान और शोध करना चाहता है, ताकि देश की सुरक्षा और तकनीक को भविष्य के दृष्टिकोण से विकसित किया जा सके. उन्होंने आईआईटी रोपड (पंजाब) से कम्प्यूटर साइंस में शिक्षा पूरी कर मल्टीनेशनल कम्पनी में अच्छे पॅकेज पर जॉब भी की, लेकिन फिजिक्स विषय में अनुसंधान को लेकर गहरी रुचि के चलते उन्होंने जॉब छोड़ दी.
अपने पैशन को फॉलो करने के लिए प्रतीक ने 6 महीने तक सेल्फ स्टडी कर भारतीय स्तर की प्रमुख यूनिवर्सिटीज में अव्वल अंक प्राप्त किए. जिसके बाद उन्होंने अमेरिका की यूनिवर्सिटीज की तरफ रुख किया और वहां भी टॉप की रैंक हासिल की. उन्हें अमेरिका में येल यूनिवर्सिटी, यूनिवर्सिटी ऑफ कोलाराडो, पेन स्टेट, यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड और यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया में उनके शोध कार्य के लिए चयनित किया गया है.
प्रतीक की मानें तो भेड़चाल के बजाय अपनी रुचि के अनुसार उच्च शिक्षा प्राप्त करनी चाहिए. अगर सफल होने के बजाय काबिल बनने पर ध्यान देंगे, तो अपने आप ही सफलता आपके कदम चूमेगी. प्रतीक की इस उपलब्धि पर पिता नंदराम और मां बेहद खुश और गौरवान्वित हैं. वहीं लोगों की बधाईयां मिलने का सिलसिला भी लगातार जारी है.