खरगौन। किसी भी खिलाड़ी का सपना होता है अपने ओलम्पिक में भाग लेना और वहां से पदक लेकर अपने वतन लौटना. निमाड़ के लाल ऐश्वर्य का भी यही ख्वाब है. घर के लोगों की नहीं बल्कि पूरे जिले को इस युवा खिलाड़ी से उम्मीदें हैं. वो राइफल स्पर्धा में भागीदारी कर रहें हैं.
खरगोन जिले के झिरन्या विकास खण्ड के ग्राम रतनपुर के रहने वाले ऐश्वर्या प्रताप सिंह 10 मीटर राइफल इवेंट में भाग ले रहें हैं.
ऐश्वर्य ने कभी नहीं किया निराश बहुत आम से परिवार के इस खास युवक की तरफ ना सिर्फ उसके घर-परिवार, जिले या प्रदेश की बल्कि पूरे देश की निगाहें टिकी हैं. खास बात ये है कि ऐश्वर्य ने अपने नाम के अनुरूप ही निशानेबाजी में ख्याति हासिल की है. इन्होंने जिस भी प्रतियोगिता में भाग लिया, निशाना लगाया पदक इनकी झोली में आ गया.
किसान परिवार में जन्में ऐश्वर्य प्रताप सिंह ने स्कूली र्स्पधाओं के साथ-साथ अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाली प्रतियोगिताओं में भी पदक दिलाए हैं. खेल अधिकारी पवी दूबे ने इसकी तस्दीक की. बताया कि- ऐश्वर्य प्रतापसिंह तोमर ने अन्तर्राष्ट्रीय र्स्पधाओं में 2 स्वर्ण और 3 कास्य सहित पांच पदक राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में 16 स्वर्ण, 6 रजत और 7 कांस्य सहित 29 पदक मप्र के लिए जीते हैं.
वर्ल्ड रिकॉर्ड है इनके नाम
ऐश्वर्य ने जूनियर वर्ल्ड कप में 50 मी. रायफल थ्री पोजिशन में 459.3 अंक हासिल कर नया विश्व रिकार्ड भी बनाया है. साथ ही देश को स्वर्ण पदक भी दिलाया. ऐश्वर्य 2015 से राज्य की शूटिंग अकादमी में प्रशिक्षण लेते रहे हैं. टोक्यो पहुॅंचने से पहले उन्होंने कई अन्य देशों में गहन प्रशिक्षण लिया है.
इस इवेंट में दिखेगा दम
एश्वर्य टोक्यो में 50 मीटर रायफल थ्री पोजिशन मेन में अपना जौहर दिखाएंगे. इसके अलावा ऐश्वर्य को 10 मीटर एयर रायफल मेन में रिजर्व खिलाड़ी के रूप में भी रखा गया है.
परिवार को गर्व
शूटर ऐश्वर्य प्रतापसिंह की इस उपलब्धि पर पूरे गांव और परिवार में हर्ष का माहौल है. ऐश्वर्य के अंकल नीतिराज उत्साहित हैं. कहते हैं कि पूत के पांव पालने में दिख जाते है. ऐश्वर्य बचपन से खेलों के प्रति आकर्षित था. जैसे-जैसे शिक्षा आगे बढ़ी वैसे-वैसे वह खेलों के प्रति और ज्यादा रुचि लेने लगा. जिसका परिणाम यह है कि आज वह ओलम्पिक खेलों में प्रतिभागी बन कर मेडल जीत कर देश प्रदेश और परिवार के साथ अपने गांव का नाम रोशन करेगा.