खरगोन। आपदा को अवसर बनाकर कोरोना मरीजों के उपचार में आने वाले रेमडिसिवर इंजेक्शन की काला बाजारी करने वाले 5 आरोपियों को खरगोन पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इनके कब्जे से 12 इंजेक्शन भी जब्त किए है. पुलिस मुख्यालय से जारी दिशा निर्देश पर कोरोना महामारी में संक्रमित मरीजों के इलाज में उपयोगी जीवनदायी दवाईयां और ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी पर नजर रखने के साथ-साथ उसे रोकने के लिए निर्देशित किया गया था. जिस पर एसपी शैलेन्द्र सिंह के निर्देशन में एएसपी जितेन्द्र सिंह के मार्गदर्शन में खरगोन जिले के सभी अनुभागों के सभी अनुविभागीय अधिकारी पुलिस और सभी थाना प्रभारियों को कार्रवाई के निर्देशित किया गया था. जिस पर थाना प्रभारी बलकवाडा को मुखबीर से सूचना मिली थी कि कसरावद फाटा पुलिया के पास 3 संदिग्ध रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचने के लिए खड़े हैं. सूचना पर फौरन एक्शन लेते हुए पुलिस टीम का गठन किया गया.
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तलाशी में इजेक्शन मिले
जब पुलिस ने आरोपियों की तलाशी ली तो सचिन नाम के आरोपी के कब्जे से 3, अभिषेक और हर्ष के पास से 2 रेमडेसिविर इंजेक्शन मिल. इसके साथ ही पुलिस ने आरोपियों के पास से एक मोटर साईकल जब्त की है. जब तीनों बदमाशों को थाने लेकर सख्ती से पूछताछ की गई, तो आरोपियों ने 25 हजार रुपये दिलीप पाटीदार और उसके साथी रोहित पाटीदार से खरीदना बताया, जिसे यह तीनो 5000/- रूपये कीमत बढ़ाकर 30 हजार रूपये में जरूरतमंद लोगों को बेचते थे. जब पुलिस ने दिलीप और रोहित पाटीदार के बारे में पता लगाया तो पुलिस को पता चला कि यह दोनों इंदौर के अस्पताल में ओटी टेक्नीशियन का काम करते हैं.