खरगोन। जिले के किसान मिर्च एवं कपास की गर्मी के दिनों में अच्छी पैदावार लेते हैं. लेकिन लॉकडाउन के चलते बीज नहीं मिलने से किसान परेशान हैं. हालांकि जिला प्रशासन ने किसानों को गांव में ही बीज उपलब्ध कराने की बात कही है, बावजूद इसके किसानों को बीज नहीं मिल रहा है. जिससे परेशान होकर किसान शहर की ओर बीज लेने के लिए आ रहे हैं और भीड़ लगाकर दुकान के सामने खड़े हैं. किसानों का कहना है कि, बीती रात ही वितरकों के पास बीज आए हैं. लेकिन वे किसानों की बीज देने की बजाय महंगे दामोंं में कालाबाजारी कर रहे हैं.
बीज के लिए भटक रहा किसान, वितरकों पर लगाया कालाबाजारी का आरोप
खरगोन जिले में किसान कपास और मिर्च की फसल लगाते हैं. लेकिन लॉकडाउन के चलते उसे बीज के लिए भटकना रहा है. किसानों का आरोप है कि, बीज की कालाबाजारी की जा रही है और बीज को मंहगे दामों में बेचा जा रहा है. वहीं अधिकारियों का कहना है कि, किसानों को परेशान होने की जरूरत नहीं है, उसे गांव में ही बीज उपलब्ध कराया जाएगा.
बलकवाड़ा से आए किसान सुदर्शन जैन ने बताया कि, मैं चार दिन से आ रहा हूं. लेकिन बीज नहीं मिला. ऐसे ही कई किसान यहां जमा हैं, तो फिर बीज जा कहां रहा है. वही मेनगांव से आए किसान गजानन्द पाटीदार ने बताया कि, खरगोंन के दो वितरक नज़मुद्दीन एन्ड कम्पनी और श्री नाथ एजेंसी दोनों के पास भरपूर बीज है, लेकिन वे महंगे दामों में बीज दे रहे हैं. चूंकि बुआई में देर हो रही है, इसलिए किसान मंहगा बीज भी लेने को तैयार हैं.
वहीं पूरे मामले को लेकर उद्यानिकी अधिकारी केके गिरवाल ने बताया कि, किसानों को लॉकडाउन और कर्फ्यू में परेशान होने की जरूरत नही है. हमारे अधिकारी सब फील्ड में कार्य कर रहे हैं. किसान रूपरेखा के अनुरूप बीज प्राप्त करें. किसानों को बीज उनके गांव के सब डीलर वितरित करेंगे. प्रबंधन समिति की बैठक में निर्णय लिया है कि, थोक विक्रेता 10 बजे से लेकर 4 बजे तक बीज अपने सब डीलरों को बेचेंगे. उसके बाद सब डीलर गांवों में किसानों को बीज वितरित करेंगे.