खरगोन।जिले के आबकारी विभाग द्वारा शनिवार को महेश्वर एवं कसरावद वृत्त की संयुक्त कार्रवाई में क्रमशः सोमखेड़ी गांव और भीलगांव में अवैध शराब विक्रेताओं के खिलाफ धरपकड़ की कार्रवाई को अंजाम दिया गया. महेश्वर वृत्त के आबकारी उपनिरीक्षक मोहनलाल भायल ने बताया कि दो आरोपियों पर मामला दर्ज कर 350 लीटर हथभट्टी मदिरा जब्त की गई. मौके से 23 हजार 500 किलो महुआ लहान सैंपल लेकर विधिवत नष्ट किया गया. हाथभट्टी मदिरा बनाने में प्रयुक्त होने वाले बर्तन एवं अन्य सामग्री जिसका बाजार मूल्य 12.60 लाख रु है. जब्त किया गया है.
अवैध हाथ भट्टी शराब पर आबकारी विभाग की कार्रवाई, 350 लीटर शराब नष्ट
खरगोन में अवैध शराब पकड़ी गई है और करीब 350 लीटर शराब नष्ट की गई है. दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. वहीं अवैध हाथभट्टी शराब और अवैध देसी-विदेशी शराब को लेकर आबकारी विभाग का दोहरा रवैया भी सामने आया है.
अवैध हाथभट्टी शराब और अवैध देसी-विदेशी शराब को लेकर आबकारी विभाग ने दोहरा रवैया अपनाया हुआ है. जिस तरह हाथभट्टी शराब के निर्माण एवं बिक्री पर आबकारी विभाग द्वारा कार्रवाई की जाती है. उस तरह कभी भी देसी एवं विदेशी शराब बिक्री एवं परिवहन पर कार्रवाई नहीं की जाती है. बार बार सूचना देने के बाद भी चिन्हित स्थानों को छोड़कर इक्का दुक्का कार्रवाई कर खानापूर्ति कर दी जाती है. उक्त विषय में आबकारी उपनिरीक्षक भायल ने सूचना मिलने पर कार्रवाई करने की बात कर मामले से पल्ला झाड़ लिया है.
महेश्वर मण्डलेश्वर में जितनी भी अवैध शराब की बिक्री की कार्रवाई को अंजाम दिया जाता है उन कार्रवाई में पिपलिया एवं करही के अधिकृत ठेकेदार के लोग आबकारी विभाग के साथ दबिश की कार्रवाई में साथ रहते हैं. ठेकेदार के लोगों द्वारा बताए गए चुनिंदा चिन्हित स्थानों पर आबकारी विभाग कार्रवाई करता है. अन्य सभी स्थानों को छोड़ दिया जाता है, जबकि वास्तविकता यह है कि दोनों धार्मिक क्षेत्रों में गली-मोहल्ले में अवैध शराब की बिक्री हो रही है. यहां तक करही में अधिकृत शराब के ठेकेदार होने बावजूद 10 से अधिक स्थानों पर अवैध शराब की बिक्री होती है इस बात से साफ जाहिर होता है कि दोनों ही जगहों पर पिपलिया एवं करही के अधिकृत ठेकेदारों द्वारा ही अवैध शराब की बिक्री की जा रही है.