खरगोन। जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर से आए खारक बांध के डूब प्रभावितों को जब संतोषजनक जवाब नहीं मिला, तो वे बीती रात कलेक्टर कार्यालय में ताला तोड़कर घुस गए. इसके बाद जिला प्रशासन ने बुधवार सुबह से ही चैनल गेट पर ताला लगा दिया, जिसके बाद डूब प्रभावित लोग गेट पर अपना बैनर बांधकर वहीं धरने पर बैठ गए हैं.
जिला प्रशासन ने कलेक्टर कार्यालय पर जड़ा ताला, बाढ़ प्रभावितों ने गेट पर बांधा बैनर - lock on collector office
खरगोन खारक बांध के डूब प्रभावितों के बीती रात कलेक्टर कार्यालय में घुसने के बाद जिला प्रशासन ने कार्यालय के मुख्य गेट पर ताला लगा दिया. जिसके बाद डूब प्रभावित लोग गेट पर अपना बैनर बांधकर वहीं बैठ गए.
डूब प्रभावितों का कहना है कि सरकार मनमानी कर रही है और डूब प्रभावितों को मुआवजा नहीं दे रही है. वहीं कलेक्टर कार्यालय में ताला लगा दिया गया है, जबकि ये जनता का ऑफिस है. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा ताला लगाया जाना जनता से नजरें चुराकर उन्हें धोखा देना है.
लोगों का कहना है कि पिछले चार सालों से वे परेशान हो रहे हैं. अगर जिला प्रशासन उनके सवालों का जवाब नहीं दे सकता है, तो अधिकारियों को ये ऑफिस खाली कर देना चाहिए. लोगों का ये भी कहना है कि मुआवजा नहीं दिए जाने तक वे यहीं पर रहेंगे.