खरगोन।जिले के इंदौर रोड पर लोहारी से गुजर रही इंदिरा सागर परियोजना की आरडी 116 नहर में आरक्षक ने छलांग लगा दी. नहर के पास निमाड़ ढाबे के सामने आरक्षक की बाइक मिली है. नहर में छलांग लगाने से पहले आरक्षक ने अपने भाई को मैसेज किया, जिसमें लिखा कि अब मैं जी नहीं सकता.
खरगोन : आरक्षक ने इंदिरा सागर परियोजना की नहर में कूदकर की आत्महत्या
बड़वानी के सेंधवा ग्रामीण थाने में पदस्थ आरक्षक ने लोहड़ी के समीप इंदिरा सागर परियोजना की नहर में कूदकर जान दे दी. आत्महत्या के कारणों का अभी पता नही चला है. नहर में छलांग लगाने से पहले आरक्षक ने अपने भाई को मैसेज कर सूचना दी.
भाई की सूचना पर मेनगांव पुलिस ने गोताखोरों की मदद से आरक्षक की तलाश शुरू की है. आरक्षक राकेश पिता देवराम पाटीदार ने सेंधवा ग्रामीण थाने पर पदस्थ होकर एक दिन पहले ही ड्यूटी से अपने घर सुखपुरी खरगोन आया था. आज सुबह ही घर से निकला और सीधे लोहारी पहुंचा. अपने भाई को मैसेज के बाद उसने नहर में छलांग लगा दी. नहर में कूदने से पहले आरक्षक ने अपने भाई को व्हाट्सएप पर मैसेज किया था.
भाई को भेजे मैसेज में राकेश ने लिखा मेरी गाड़ी नहर के पास से ले जाना भैय्या. मैं नहर में कूद रहा हूं. लव यू भाई तुमकों हमेशा मिस करूंगा, मैं बहुत परेशान हूं, बाबू अब मैं जी नहीं सकता, बाय बाय लव यू. मोबाइल और गाड़ी की चाबी सीट के नीचे है और पर्स भी. पुलिस द्वारा नहर में गोताखोरों की मदद से आरक्षक की खोज की गई लेकिन अब तक आरक्षक का पता नहीं चला है. आरक्षक के नहर में कूदने के कारणों का पुलिस जांच कर रही है.