खरगोन। बिस्टान थाना क्षेत्र में आदिवासी युवक के मौत मामले में रविवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) ने खरगोन एसपी को हटाने का फैसला लिया है. उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर एकाउंट (Official Twitter Account) पर ट्वीट कर अपना एक वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें उन्होंने एसपी को हटाने की बात कही है. उन्होंने कहा कि मौत मामले में न्यायिक जांच हो रही है. तथ्यों के आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी.
पुलिस ने चोरी के आरोप में पकड़ा था युवक
दरअसल, बीते दिनों बिस्टान थाना क्षेत्र की पुलिस ने चोरी के आरोप में एक युवक को पकड़ा था. युवक का नाम बिसन (35) निवासी माखेरकुंडी था. पुलिस आदिवासी युवक को थाने में लेकर पहुंची, जहां उसकी मौत हो गई. मृतक के परिजनों और ग्रामीणों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि बर्बरता से पीटने के कारण उसकी मौत हुई है.
मौत के बाद ग्रामीणों ने थाने पर किया पथराव
मौत की सूचना मिले के बाद ग्रामीणों ने थाने का घेराव कर पथराव शुरू कर दिया और वाहनों में तोड़फोड़ की. इसके बाद भीड़ को देख थाने में मौजूद स्टाफ कर्मचारी जान बचाकर बाहर भाग गए. इस घटना में पुलिस जवान (Khargone Police) भी घायल हो गए. बाद में भारी पुलिस बल को बुलाया गया. पुलिस ने भीड़ को काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़कर भीड़ को खदेड़ा.
खरगोन जेल में आदिवासी युवक की मौत, कांग्रेस ने डीजीपी को सौंपा ज्ञापन, गृहमंत्री से की इस्तीफे की मांग
आदिवासी युवक की मौत के बाद मामले ने राजनीतिक रंग ले लिया. कांग्रेस ने भाजपा पर हमला बोलना शुरू कर दिया. सीएम शिवराज ने आनन-फानन में जांच के आदेश दिए और जेल के प्रहरी सहित चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया. वहीं गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सभी अधिकारियों को जांच के आदेश दे दिए और कहा कि किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाए. इधर, कांग्रेस ने पीड़ित परिवार के लिए एक करोड़ रुपये का मुआवजा और सीबीआई जांच की मांग की है.