खरगोन। अक्सर देखा जाता है कि उद्योग धंधे पर संकट आने पर सबसे पहले मजदूरों को निकाला जाता है, लेकिन खरगोन के टोस्ट फैक्ट्री मालिक ने कोरोना महामारी में मजदूरों को 2 माह का राशन देकर उनकी मदद की साथ ही वेतन भी नहीं काटा. टोस्ट फैक्ट्री के कामगार बताया कि जब से लॉकडाउन हुआ है, तब से फैक्ट्री मालिक ने राशन देने के साथ-साथ खर्चे के लिए नगद पैसे भी दिए हैं. आज से जब फैक्ट्री शुरू हुई तो फैक्ट्री मालिक ने मजदूरों को लॉकडाउन के दौरान जो दिया, उसे भूलकर नए सिरे से आकर काम शुरू करने के लिए कहा.
लॉकडाउन में नहीं छोड़ा मजदूरों का हाथ, फैक्ट्री शुरू हुई तो कहा- सब भूलकर नए सिरे से करो काम - Bakery workers
लॉकडाउन में मजदूरों को काम नहीं मिल रहा है और फैक्ट्रियां भी बंद पड़ी थी, ऐसे में खरगोन के टोस्ट फैक्ट्री मालिक ने मजदूरों को कोरोना काल में पूरा वेतन और 2 माह का राशन देकर उनकी मदद की.
कंपनी के मैनेजर ने बताया कि हमारे यहां मजदूर कई सालों से काम कर रहा है, एवं संकट की घड़ी में गरीब तबके के लोगों को कैसे छोड़ा जा सकता है. मजदूर को किसी तरीके की परेशानी ना आए इसलिए उन्हें 2 माह का राशन दिया गया. साथ ही दैनिक खर्चे के लिए रुपए भी दिए गए. कंपनी ने शहर के चार हजार परिवारों को भी राशन देकर उनकी मदद की.
फैक्टरी के मालिक अमजद खान ने बताया कि जैसे ही लॉकडाउन हुआ हमने मजदूरों को हमने राशन ले जाने के लिए कहा और साथ ही लॉकडाउन के दौरान किसी तरह से वेतन नहीं काटने का फैसला भी लिया. उन्होंने बताया कि बेकरी में तीन सौ पचास मजदूर काम करते हैं, जिनमे से दो सौ से ढाई सौ मजदूरों के साथ-साथ चार हजार अन्य गरीब लोगों को भी बेकरी की तरफ से राशन वितरण किया गया.