खरगोन। बड़वाह में हर साल अनंत चतुर्दशी पर नर्मदा तट किनारे कृत्रिम कुंड में प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाता है, लेकिन इस साल नर्मदा का जल स्तर अधिक होने पर घाट पूरी तरह जलमग्न है. ऐसे में प्रशासन ने प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए इस साल अलग व्यवस्था की थी.
ज्यादा जल स्तर होने के कारण नर्मदा में नहीं हुआ विसर्जन, बनाए गए कृत्रिम तालाब - प्रतिमाओं का विसर्जन
खरगोन के बडवाह में अनंत चतुर्दशी पर विसर्जन के लिए शहर में ही कृत्रिम तालाब बनाए गए. इस साल नर्मदा का जल स्तर अधिक होने के चलते नर्मदा किनारे विसर्जन नहीं किया गया. इस साल प्रशासन द्वारा नगर पालिका के सहयोग से प्रतिमाओं का विसर्जन जयंती माता मंदिर के पास कृत्रिम कुंड में किया गया.
एसडीएम मिलिंद ढोके ने बताया कि इस साल प्रशासन द्वारा नगर पालिका के सहयोग से प्रतिमाओं का विसर्जन जयंती माता मंदिर के पास कृत्रिम कुंड में किया जा रहा है. इसके लिए नगर पालिका द्वारा शहर के जय स्तंभ चौराहे, आनंदेश्वर मंदिर, नगर पालिका परिसर में प्रतिमा संग्रहण केंद्र बनाया गया है. यहां लोगों विसर्जन के लिए अपनी प्रतिमाएं लाकर दी हैं. नगर पालिका कर्मचारियों द्वारा इन संग्रहण केंद्र पर प्रतिमाओ को एकत्रित कर उन्हें एक साथ कृत्रिम कुंड में विसर्जित किया गया.
नगर पालिका द्वारा घर-घर प्रतिमाओं के संग्रहण के लिए वाहन सुविधा भी दी गई थी. इंदौर व अन्य जगहों से आने वाली प्रतिमाओं के लिये अलग से व्यवस्था की गई, इसके साथ ही कोरोना संक्रमण से बचने के लिए सभी उपाय किये गए. नर्मदा का जल स्तर काफी बढ़ गया है. और किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना ना हो, इसके मद्देनजर अलग से व्यवस्था की गई.