खंडवा। ओंकारेश्वर ज्याेतिर्लिंग मंदिर की दानपेटी चुराने के सनसनीखेज मामले में पुलिस को सफलता मिली है. दानपेटी चोरी करने वाले बदमाश को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. करीब तीन दिन की मशक्कत के बाद पुलिस आराेपित तक पहुंच पाई. शुक्रवार को कोर्ट में पेश कर पुलिस उसे रिमांड पर लेगी.
31 जनवरी को रात में मंदिर की दानपेटी चोरी हुई थी. चोर ने दानपेटी में से रुपये निकालने के बाद उसे पुल के पास फेंक दिया. इस घटना से हड़कंप मच गया था. घटना के बाद से बदमाश तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा था. इसमें गुरुवार को सफलता मिली है. दानपेटी चुराने वाले आरोपित राजेश पुत्र रमेशचंद पटेल निवासी सांईं विहार कॉलोनी इंदौर को ओंकारेश्वर के पुराने बस स्टैंड के पास से गिरफ्तार किया गया है.
पूछताछ में राजेश ने बताया कि वह नशे का आदी है. 31 जनवरी को रात में वह नशे की हालत में मंदिर गया था. यहां स्थिति सुनसान होने से उसने दान पेटी चुरा ली थी. पकड़वाने में पुलिस की मदद करने वाले सूचनाकर्ता और पुलिसकर्मियों को इनाम दिया जाएगा.
दो थानों के पुलिसकर्मी लगे रहे तलाश
चोरी की इस सनसनीखेज वारदात को सुलझाने के लिए मांधाता थाना प्रभारी शिवराम जमरा और छैगांवमाखन थाना प्रभारी गणपत कनेल को लगाया गया था. इनके साथ एसआइ देवीप्रसाद बिसेन और लखनलाल मालवीय भी बदमाश को तलाशने में लगे रहे. मुख्य रूप से एसडीओपी मूंदी राकेश पेड्रो ने मामले की कमान अपने हाथ में संभाल रखी थी. ओंकारेश्वर के अलावा, नर्मदानगर, सनावद और आसपास के क्षेत्रों में पुलिस से सीसीटीवी कैमरों में मिले बदमाश के फुटेज के आधार पर उसकी तलाश की। फुटेज के आधार पर ही पुलिस राकेश तक पहुंच पाई है.
एटीएम में चोरी का प्रयास
ओंकारेश्वर की दान पेटी चोरी करने बाद आरोपित राकेश ने सनावद में एटीएम में चोरी करने का प्रयास किया। उसने रुपए निकालने के लिए एटीएम को तोड़ने का प्रयास किया, लेकिन वह इसमें असफल रहा। एटीएम में लगे सीसीटीवी कैमरे में वह नजर आ गया था। इसके बाद सनावद पुलिस भी उसकी तलाश में लगी हुई थी, लेकिन ओंकारेश्वर में पुराने बस स्टैंड के पास वह पुलिस के हाथ लग गया। पुलिस अधीक्षक सिंह ने बताया कि राजेश का अपराधिक रिकॉर्ड खंगाला गया है। अभी तक जांच में केवल दो अपराध ही उस पर पाए गए हैं।
यह है मामला
31 जनवरी को रात में मंदिर की दानपेटी चोरी हुई थी. जो अगले दिन झूला पुल के पास मिली थी. पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने मामले की जांच कराते हुए मंदिर परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों को रिकॉर्डिंग चेक करवाई थी. इसमें सुरक्षा चौकी के राज्य सुरक्षा बल के पांच पुलिसकर्मियों की लापरवाही सामने आई थी. इस पर उन्होंने तत्काल पांचों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया था. इसके बाद आरोपित पर 10 हजार रुपये का इनाम रखा गया था.