खंडवा। कलमनाथ सरकार पहले ही विरोधियों के निशाने पर है. राज्य सरकार पर आरोप है कि सत्ता में आने के बाद कमलनाथ सरकार ने प्रदेश में तबादला उद्योग खड़ा कर दिया है, लेकिन इस बार राज्य सरकार ने पिछली शिवराज सिंह चौहान सरकार की संबल योजना का नाम बदलकर नया सवेरा योजना कर दिया है. साथ ही इस योजना में कई और बदलाव भी किए हैं.
संबल योजना अब हुई नया सवेरा योजना कमलनाथ सरकार अब अपात्र हितग्राहियों का पता लगाने के लिए उनका भौतिक सत्यापन करा रही है. जिले में नया सवेरा योजना (संबल) के अंतर्गत कुल 4 लाख 33 हजार नया सवेरा के हितग्राही हैं, लेकिन भौतिक सत्यापन के 85 प्रतिशत पूर्ण होने के बाद एक लाख 45 हजार हितग्राही अपात्र पाए गए हैं.
गौरतलब है कि प्रदेश सरकार ने संबल योजना का नाम बदलकर नया सवेरा योजना करने के बाद उसमें कई परिवर्तन कर दिया है. इसमें ऐसे लोग भी जुड़े थे जो शासन के तय मापदंडों पर खरे नहीं उतरते हैं. इसका पता लगाने के लिए शासन हितग्राहियों का भौतिक सत्यापन करा रहा है. जनपद पंचायत और नगरीय निकाय हितग्राहियों का भौतिक सत्यापन करा रही हैं.
फिलहाल जिले में 85 प्रतिशत तक ये सत्यापन कार्य हो चुका है, इसके मुताबिक कुल 4 लाख 47 हजार लोगों का पंजीयन किया गया था. लेकिन इसमें से एक लाख 35 हजार 228 हितग्राही अपात्र घोषित किए गए हैं. संबल योजना (नया सवेरा) में हितग्राहियों को अनेकों फायदे मिलते हैं, जैसे अंत्येष्ठि सहायता, सामान्य मृत्यु की दशा में अनुग्रह सहायता, निःशुल्क चिकित्सा, आंशिक स्थाई अपंगता की स्थिति में सहायता शिक्षा प्रोत्साहन, सरल बिजली बिल बकाया बिजली माफी आदि लाभ शामिल हैं.
श्रम अधिकारी ने बताया कि नया सवेरा योजना के हितग्राहियों का भौतिक सत्यापन कराया जा रहा है जो कि 85 प्रतिशत पूरा हो चुका है. जिले में एक लाख 35 हजार 228 हितग्राही अपात्र हैं और उनके नाम हटाए जा चुके हैं. साथ ही पात्र हितग्राही 312027 हैं.