खंडवा। आदिवासी खालवा ब्लॉक में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही सामने आई है. जहां एक गर्भवती महिला की प्रसव के दौरान मौत हो गई. अंबाडा गांव में प्रसव पीड़ा होने पर महिला के पति ने जननी एक्सप्रेस को इसकी सूचना दी. समय पर जननी एक्सप्रेस के नहीं पहुंचने पर पति महिला को ट्रैक्टर से पास के स्वास्थ्य केंद्र ले जा रहा था, इसी दौरान महिला ने रास्ते में ही जुड़वां बेटियों को जन्म देकर दम तोड़ दिया.
प्रसूता ने ट्रैक्टर में जुड़वा बच्चियों को दिया जन्म, प्रसव के दौरान महिला की हुई मौत - प्रीमेच्योर बच्चियों का जन्म
आदिवासी खालवा ब्लॉक में एक गर्भवती महिला ने ट्रैक्टर में जुड़वा बच्चियों को जन्म दिया. जिसके बाद महिला की मौत हो गई. जन्म लेने वाली दोनों बच्चियां प्रीमैच्योर हैं. फिलहाल दोनों का इलाज नवजात शिशु गहन चिकित्सा केंद्र में चल रहा है.
बता दें कि जन्म लेने वाली दोनों बच्चियां प्रीमैच्योर हैं. फिलहाल दोनों का इलाज नवजात शिशु गहन चिकित्सा कक्ष में चल रहा है. वहीं इस मामले में जिला स्वास्थ्य और चिकित्सा अधिकारी डी एस चौहान ने महिला के परिवार वालों को ही दोषी ठहराया. उनका कहना है कि आशा कार्यकर्ता द्वारा उन्हें संस्था में प्रसव करवाने के लिए कहा गया था, लेकिन घर पर पीड़ा के बाद ट्रैक्टर में महिला का प्रसव हो गया.
इस मामले पर कलेक्टर तन्वी सुन्द्रियाल का कहना है कि इस मामले में अलग से जांच करवाएंगे. खालवा के लिए सीएसआर प्रोजेक्ट बना रहे हैं, जिसमें आंगनबाड़ी और स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े संसाधनों की समस्याओं को ठीक किया जाएगा. सभी प्रसव संस्थागत हो ऐसे प्रयास किए जा रहे हैं. एक बड़ा मुद्दा कनेक्टिविटी को लेकर आता है जिसे भी जल्द दूर किया जाएगा.