खंडवा।दलित समाज के लोगशिव मंदिर के बाहर बैठकर पूजा करते थे. आज शिवरात्रि पर मंदिर के अंदर पूजा करने जाने लगे तो बखेड़ा खड़ा हो गया. मामला मध्यप्रदेश के खंडवा जिले के ग्राम बेलवाड़ी का है. यहां दलित समाज के युवक और युवतियों को मंदिर में जाने रोका गया. साथ ही उन्हें जल भी नहीं चढ़ाने दिया गया. इस बात को लेकर दलित और बंजारा समाज में ठन गई है. हालांकि पुलिस ने कोटवार जो कि दलित समाज का है. उसके पुत्र से मंदिर में जल चढ़वाया. अब दलित समाज मंदिर के पुजारी पर केस दर्ज करने की मांग पर अड़ गया है.
पुजारी ने जल चढ़ाने से रोकाः महाशिवरात्रि पर ग्राम बेलवाड़ी में स्थित शिव मंदिर में सुबह से दर्शन करने लोग पहुंच रहे थे. कोटवार हुकुमचंद का पुत्र सुमेश भी मंदिर में पूजा करने गया. उसे पुजारी जगराम ने मंदिर के बाहर ही राेक दिया. पुजारी न तो उसे पूजा करने दी और न ही उसे जल चढ़ाने दिया. इसके बाद युवक वापस घर आ गया. कुछ देर बाद दलित समाज की पांच से छह युवतियां भी शिव मंदिर पहुंचीं. उन्हें भी पुजारी ने अंदर नहीं जाने दिया. इससे नाराज दलित समाज के लोग मंदिर के सामने जमा हो गए. दूसरी तरफ बंजारा समाज के लोग भी जमा हुए. माहौल गरमाता देख ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दे दी. हरसूद थाने से टीआइ अंतिम पवार गांव पहुंचें और दोनों पक्षों को समझाने में लग गए. उन्हाेंने दलित युवक सुमेश को मंदिर में प्रवेश देकर जल चढ़ाया है. इसके बाद भी बात नहीं बन पाई. दलित समाज के लोगों ने पुजारी पर गंभीर धाराओं में प्रकरण दर्ज करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि पुजारी पर प्रकरण दर्ज नहीं किया गया तो वे रविवार को हरसूद थाने का धेराव करेंगे.