खंडवा। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग नगरी ओंकारेश्वर में आधार केंद्र नहीं होने से आम लोग और छात्र-छात्राएं परेशान हो रहे हैं. शासन की किसी भी योजना में आधार नहीं होने से लोगों को लाभ से वंचित रहना पड़ रहा है. मोबाइल नम्बर लिंक नहीं होने से आम आदमी को शासन की योजनाओं से वंचित होना पड़ रहा है. जिसके चलते ओंकारेश्वर के लोग आधार केंद्र खुलवाने की मांग कर रहे है.
जन्म से लेकर मृत्यु तक और स्कूल में प्रवेश से लेकर स्कॉलरशिप तक आधार की आवश्यकता पड़ने लगी है. बिना आधार के बैंक में खाता खुलना भी संभव नहीं है. अगर आधार में थोड़ी सी भी गलती है. तो बैंक में खाता खुलना सम्भव नहीं है. शासन द्वारा आधार बनाने के लिए हर ग्राम, नगर में आधार बनाने के लिए आधार केंद्र बनाए गए थे. अधिक से अधिक आधार कार्ड बन सके. इस होड़ में आधार कार्ड बनाने वालों ने बनाते समय कई तरह की गलतियां की है. जिसका खमियाजा अब आम आदमी को भुगतना पड़ रहा है.
- ओंकारेश्वरवासियों को नहीं मिला आधार का अधिकार
नगरवासियों में नरेन्द्र गिरी, संतोष वर्मा, दुर्गा बाई शर्मा सहित आस-पास के अनेक ग्रामीणों ने बताया कि किसी के आधार में जन्म तिथि गलत है. तो किसी के आधार में नाम गलती है. तो किसी के में निवास का पता गलत है, लेकिन अब आधार केंद्र ओंकारेश्वर में या आसपास कहीं भी नहीं होने से लोगों के आधार में गलतियों के सुधार के लिए पड़ोसी जिले के सनावद या बडवाह 15 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है. आधार में हुई गलतियों का सुधार नहीं हो पा रहा. वहीं 40 प्रतिशत आधारों में मोबाइल नम्बर लिंक नहीं होने से लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.