खंडवा।ओंकारेश्वर में 12 अप्रैल को सोमवती के साथ ही भूतड़ी अमावस्या एक साथ आने से तीर्थनगरी में श्रद्धालुओं की भीड़ रहेगी. नर्मदा स्नान के लिए उमड़ने वाली संभावना के चलते प्रशासन ने तैयारियों को लेकर सोमवार को बैठक रखी है. ओंकारेश्वर के पुलिस कंट्रोल रूम में आयोजित बैठक में एसडीएम पुनासा चंदरसिंह सोलंकी सहित अन्य अधिकारी, मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारी और गणमान्य जन उपस्थित रहेंगे. बताया जाता है कि कोरोना की वजह से भूतड़ी अमावस्या पर नर्मदा स्नान पर प्रशासन द्वारा प्रतिबंध या श्रद्धालुओं की संख्या नियंत्रित की जा सकती है.
खंडवा में लगी है धारा 144
कोरोना संक्रमण के बढ़ते हुए मामले को देखते हुए अनेक स्थानों पर शासन प्रशासन ने लॉकडाउन लगा रखा है. किसी भी स्थान पर एक साथ भीड़ एकत्रित नहीं होने के निर्देश शासन ने प्रशासन को दे दिए हैं. खंडवा जिले सहित ओंकारेश्वर में भी धारा 144 लगी हुई है लेकिन अभी लॉकडाउन जैसी स्थिति जिले में नहीं है. प्रशासन ने ओंकारेश्वर ममलेश्वर ज्योतिर्लिंग नर्मदा स्नान पर प्रतिबंध नहीं लगाया है.
12 अप्रैल को है अमावस्या
चैत्र माह की अमावस्या 12 अप्रैल को है. हर वर्ष सोमवती अमावस्या पर निमाड़ और मालवा के अलावा अन्य जिलों से बड़ी संख्या में लोग तांत्रिक क्रियाओं को अंजाम देने के लिए ओंकारेश्वर आते हैं. अधिकांश लोग एक दिन पहले ही ओंकारेश्वर में डेरा डाल लेते हैं. पूरी रात नर्मदा के जल में खड़े होकर बाहरी बाधाओं से प्रभावित लोगों को मुक्ति दिलाने की रस्मों का निर्वाह व पूजन चलता है.