खंडवा।पूरा विश्व कोरोना वायरस महामारी से जूझ रहा है. जिसके चलते पूरे देश में लॉकडाउन किया गया है. जिसका सबसे अधिक प्रभाव मजदूरों पर पड़ा है और उनकेे सामने जीवन-यापन का संकट खड़ा हो गया है. ऐसे में सरकार ने किसी भी कंपनी को मजदूरों की सैलरी न काटने के निर्देश दिए हैं. इसके बाद भी पंधाना क्षेत्र में आने वाली खंडवा सोया ऑयल मिल में मजदूरों का शोषण किया जा रहा है. यहां काम करने वाले सेकड़ों कर्मचारियों का अप्रैल महीने का वेतन काट लिया गया है. जिसके चलते कर्मचारियों को अपने परिवार के भरण-पोषण की चिंता सताने लगी है. ऐसी स्थिति में परेशान कर्मचारियोंं ने मिल के गेट पर खड़े होकर अपना विरोध जताया.
सालों से हो रहा है मजदूरों का शोषण
कर्मचारियों का कहना है कि खंडवा ऑयल मिल के अधिकारियों को अच्छी तरह से मालूम है कि पंधाना क्षेत्र बेरोजगारी की मार झेल रहा है. क्योंकि पिछले 25 वर्षों से यहां पर कोई भी नया कारखाना नही खोला गया है. जिसके चलते इस क्षेत्र के पढ़े-लिखे बेरोजगारों को काम के लिए कोई दूसरा विकल्प मौजूद नहीं है. ऐसे में यहां काम करने वाले मजदूर शोषण होने के बाद भी यहीं काम करने के लिए मजबूर हैं. इसी मजबूरी का फायदा उठाकर मिल में कई सालों से मजदूरों का लगातार शोषण किया जा रहा है.
मामले की जांच का भरोसा
वहीं मौके पर पहुंचे तहसीलदार ने कर्मचारियों की समस्याएं सुनी. इसके बाद उन्होंने कर्मचारियों से आवेदन देने के लिए कहा है. इसके साथ ही तहसीलदार ने मामले की निष्पक्ष जांच करने के बाद उचित कार्रवाई का भरोसा दिया है. वहीं जब इस मामले में मिल के कार्यभार की जिमेदारी संभालने वाले अशोक संचेती से चर्चा की गई तो उन्होंने किसी भी विषय पर चर्चा करने से इनकार कर दिया. इस दौरान वे अपनी जिमेदारी से पल्ला झाड़ते नजर आए. उन्होंने कहा कि वे तहसीलदार पंधाना द्वारा नोटिस मिलने पर अपने स्तर से उसका जवाब भेज देंगे.