भोपाल।इंदौर में एक 13 साल के नाबालिग ने खंडवा की 15 साल की किशोरी के साथ रेप की घटना को अंजाम दिया था. जिसके बाद नाबालिग प्रेगनेंट हो गई थी, जिसने कुछ दिनों पहले ही एक बच्ची को जन्म दिया है. अब उस नवजात को मां अपने साथ रखने के लिए तैयार नहीं है. इस मामले में आरोपी की भले ही जमानत हो गई हो, लेकिन इस केस में मासूम दुधमुंही बच्ची की फजीहत हो गई है. उसकी नाबालिग मां और उसके परिजन नवजात को अपनाने को राजी नहीं हैं(minor mother refused to keep newborn in Khandwa). उन्होंने अस्पताल और पुलिस को साफ इनकार कर दिया है कि वे उसे रखना नहीं चाहते. इसके चलते मासूम को अस्पताल से खंडवा के एक शिशु गृह में रखा गया है.
नवजात को रखने से किया इंकार:इस मामले में इंदौर पुलिस जांच कर रही है. नाबालिग मां अब उसके खंडवा स्थित घर पर है. खंडवा बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष विजय सनावा ने बताया कि, उक्त नवजात बच्ची एक शिशु गृह में है और समिति की देखरेख में है. मामले में समिति ने एक पत्र चाइल्ड लाइन को लिखा है कि वह उनसे संपर्क कर उन्हें बाल कल्याण समिति के पास लाए या फिर उनके घर जाकर किशोरी व उनके परिजन की काउंसिलिंग करें. इसके लिए एक हफ्ते का समय दिया गया है. इसके लिए 20 नवंबर तक की तारीख दी गई है.
सरकार के भरोसे नवजात: अधिकारियों ने बताया कि, अगर वे बच्ची को रखना चाहते हैं तो उन्हें कानूनी प्रक्रिया के तहत बच्ची सौंपी जाएगी. अगर वे नवजात को नहीं रखना चाहेंगे तो इस स्थिति में भी उनसे आवेदन लिया जाएगा. अगर वे बच्ची नहीं रखना चाहते तो उन्हें दो माह का समय दिया जाएगा. इसके बाद बच्ची शासन को सरेंडर कर दी जाएगी. बच्ची केंद्रीय दत्तक ग्रहण संसाधन प्राधिकरण (CARA) के माध्यम से गोद दी जा सकेगी.