खंडवा।ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग देश के 12 ज्योतिर्लिंग में शामिल है, यह हिंदू धर्म के लोगों की (Omkareshwar jyotirlinga) आस्था का केंद्र हैं. रोजाना यहां सैंकड़ों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं. लेकिन आलम यह है कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं से अवैध वसूली की जा रही है. पर्यटकों से वाहन पार्किंग से लेकर नाव की सवारी के नाम पर मनमानी पैसे वसूल किए जा रहे हैं. पैसे नहीं देने पर इनके सथ अभद्रता जाती है. नगर के प्रवेश द्वार पर वाहन चालकों से वसूली की शिकायत के बाद प्रशासन ने इस पर लगाम लगाने का प्रयास किया. नगर पंचायत के कर्मचारियों ने बस स्टैंड के सामने वाहन पार्किंग पर रोक लगाकर ठेकेदार का सामान जब्त कर लिया. लेकिन दोपहर के बाद जगह बदल कर फारेस्ट तिराहा पर वाहनों को रोककर रंगदारी दिखाते हुए अवैध वसूली की गई.
तीर्थनगरी की छवि हो रही धूमिल
एक तरफ सरकार ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए करोड़ों रूपये खर्च कर रही है, वहीं कुछ लोग मनमानी और अवैध वसूली कर ओंकारेश्वर की छवि को दागदार कर रहे हैं. यहां पिछले तीन सालों से लगातार अवैध वसूली की जा रही है. शुरूआत में तीर्थ नगरी में प्रवेश के लिए वाहन में सवार लोगों की संख्या के आधार पर चुंगी के रूप में प्रवेश शुल्क और वाहन शुल्क वसूल किया जाता था. तीन साल पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM shivraj singh chouhan) ने सभी तीर्थस्थलों पर चुंगी की वसूली समाप्त कर नाके बंद करवा दिए. ओंकारेश्वर में चुंग्गी की वसूली तो बंद कर दी गई उसकी जगह वाहन पार्किंग की वसूली मनमाने ढ़ंग से हो रही है. इस पर कई बार विवाद भी खड़ा हुआ लेकिन वसूली बंद नहीं हुई.