खंडवा। इंदौर-इच्छापुर नेशनल हाइवे पर देशगांव में संतोष ढाबे पर बुरहानपुर निवासी दीपक पुत्र नत्थूलाल चौहान के साथ मंगलवार रात करीब सवा दो बजे लूट हुई थी. दीपक ने देशगांव चौकी में अज्ञात आरोपितों पर लूट का प्रकरण दर्ज कराया था. मामले को गंभीरता से लेते हुए इस मामले में पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने छैगांवमाखन थाना प्रभारी राधेश्याम मालविया और देशगांव चौकी प्रभारी राजू पाटील को आरोपितों की तलाश में लगा दिया था. दोनों प्रभारियों ने पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर लूट की इस वारदात को सूलझाते हुए अशफाक निवासी खजराना इंदौर, मोहम्मद इमरान शेख निवासी मुंबई हाल खजराना इंदौर और मोहम्मद यासीन निवासी खंडवा को गिरफ्तार किया है.
पुलिस ने किया तीन लुटेरों को गिरफ्तार थाना प्रभारी बना था एक आरोपी:छैगांवमाखन थाना प्रभारी राधेश्याम मालवीय ने बताया कि''आरोपी अशफाक साेफा बनाकर बेचने का काम करता है. मोहम्मद यासीन होटल में खाना बनाता है और मोहम्मद इमरान शेख मजदुरी करता है, तीनों दोस्त हैं. आरोपियों ने इंदौर से 24 घंटे के लिए मंगलवार को काले रंग की स्कार्पियों कार किराए पर ली थी, इस कार से वे लूट की वारदात करने के लिए निकले थे. उन्होंने पिकअप चालक दीपक को अकेले वाहन चलाते हुए देख लिया था. इसके बाद वे उसका पिछा करते हुए देशगांव तक आए''.
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12 हजार रुपये, पर्स और मोबाइल लूटा: यहां संतोष ढाबे के सामने पिकअप को खड़े होने के बाद इमरान, दीपक के पास पहुंचा था. उसने उससे कहा था कि कार में टीआई साहब बैठे हैं. तुम्हारी कार में गांजा भरे होने की सूचना है. दीपक ने वाहन में केले की खाली रैक होना बताया था. इसके बाद वह उसे गाड़ी के कागज लेकर कार के पास ले गया था. यहां आरोपियों ने चाकू अड़ाकर उससे 12 हजार रुपये, मोबाइल और पर्स लूट लिया था. आरोपितों ने पूछताछ में लूट करना कबूल किया है. तीनों को गुरुवार जिला न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें तीन दिन की रिमांड पर लिया गया है, आरोपितों से पूछताछ की जा रही है.
शौक पूरा करने के लिए करते थे लूट:पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में यह बात समाने आई है कि आरोपित अपना शौक पूरा करने के लिए लूट करते थे. आरोपितों को महंगी शराब पीना, कार में घूमना और अन्य तरह के शौक हैं. इस पर वे लूट के रुपये खर्च करते थे, आरोपितों के निशाने पर अकेला व्यक्ति होता था. वह चाहे बाइक सवार हो या कार या कोई अन्य वाहन सवार. वह उसे अकेला देखकर वाहन रुकवा लेते थे, इसके बाद उसे लूट लेते थे.