खंडवा।पंधाना थाना क्षेत्र के ग्राम धनोरा निवासी 75 वर्षीय बलीराम पटेल छड़ी लेकर चलता था. बलीराम का अपनी 70 वर्षीय पत्नी दगड़ीबाई से अक्सर किसी न किसी बात पर विवाद होता रहता था. गुस्से में आकर वह छड़ी से पत्नी को पीटता था. मां के साथ मारपीट होता देख उसके बेटे नानिया पटेल और सुंदर पटेल पिता को समझाते थे, इसके बाद भी विवाद का सिलसिला बना हुआ था. पिता द्वारा मां के साथ की जा रही मारपीट से दोनों में आक्रोश था. पांच अक्टूबर को उनका आक्रोश फुट पड़ा. मां के साथ मारपीट कर रहे पिता को पकड़कर उनकी ही छड़ी से दोनों ने पीट दिया. इससे वृद्ध बलीराम की मौत हो गई. लेकिन दोनों ने मामले को दबाने का प्रयास किया.
हत्या को दुर्घटना का रूप देने की कोशिश: मां दगड़ी बाई को विश्वास में लेकर पिता की मौत की कहानी रची. घटना की जानकारी लगने पर पंधाना थाना प्रभारी आरपी यादव गांव पहुंचे थे. पत्नी दगड़ीबाई ने उन्हें बताया था कि शाम करीब पांच बजे पति बलीराम नीचे गिर गए थे, इससे उनके सिर में चोट आई थी. कुछ देर बाद उनकी मौत हो गई. मामला संदिग्ध होने से पुलिस ने परिवार पर नजर बनाए रखी, साथ ही वृद्ध बलीराम के शव का पोस्टमार्टम कराया.