खंडवा। घर में दीपावली के साथ शादी की तैयारियां चल रही थी. एक माह बाद ही शादी होने वाली थी, लेकिन अब उसी घर में मातम छा गया है. परिवार जिसकी शादी की तैयारियों में लगा हुआ था वह दूल्हा (आरक्षक) ताप्ती नदी में बह गया. वह खंडवा जिले के पंधाना थाने में पदस्थ था. पुलिया पर मंडराते कीट पंतगों से बचकर निकलने में एक दूसरे बाइक सवार ने उसकी बाइक में सामने से टक्कर मार दी थी. जिसके कारण वह नदी में गिर पड़ा. इस घटना के 21 घंटे बाद भी उसका पता नहीं चल सका. (khandwa now there a shadow of mourning)
जाने कब और कैसे हुआ हादसाःबुरहानपुर जिले के शाहपुरा गांव का निवासी गजानन अटवाड़े पंधाना थाने में आरक्षक के पद पर तैनात था. गुरुवार को वह जलगांव गया था. यहां उसने अस्पातल में उपचार करा रहे दुर्घटना में घायल हुए एक व्यक्ति के बयान दर्ज किए. इसके बाद वह शाहपुरा में ही घर गया. यहां कुछ देर ठहरने के बाद वह रात करीब नौ परिवार से मिलकर बाइक से पंधाना थाने आ रहा था. इस बीच भातखेड़ा रोड पर ताप्ती नदी पर स्थित पुलिया पर आरक्षक की बाइक सामने से आ रही एक बाइक से टक्करा गई. इसके बाद वह सीधे नदी में जा गिरा. पानी का बहाव तेज होने से उसका पता नहीं चल सका. (khandwa accident) (khandwa where clarinet was played after a month)
पुलिस के गोताखोर भी नहीं तलाश पाएः घटना की जानकारी लगते ही परिवार के अलावा पंधाना थाना प्रधारी आरपी यादव पुलिसकर्मियों के साथ घटनास्थल पहुंचे. यहां शाहपुरा थाना पुलिस के साथ गजानन की तलाश में लग गए. रात तक उसका कहीं पता नहीं चल सका. शुक्रवार सुबह से फिर उसकी तलाश शुरू की गई. शाम करीब छह बजे तक भी पुलिस और गाेताखोर आरक्षक उसकी तलाश नहीं पाए थे. पंधाना थाना प्रभारी यादव ने बताया कि आरक्षक की दीपावली बाद शादी थी. मात्र एक माह ही उसकी शादी को रह गए थे. (khandwa even the police divers could not find him)
पुलिया पर कीट-पतंगों की वजह से हो रहे हादसेः भातखेड़ा रोड पर ताप्ती नदी पर स्थित पुलिया पर रात में निकलना किसी जोखिम से कम नहीं है. बताया जाता है कि पुलिया पर अनगिनत कीट पतंगे उड़ते रहते है. ऐसे में इनके बीच में होकर जाना जोखिम भरा हो जाता है. गुरुवार को जब आरक्षक गजानन पुलिया के ऊपर से गुजर रहा था तो उसके सामने से एक बाइक आ गई. आरक्षक ने हेलमेट लगा रखा था, लेकिन सामने से आ रहा बाइक सवार बिना हेलमेट के था. कीटों से बचने के लिए उसने तेज गति से बाइक निकालने का प्रयास किया था. इससे उसकी बाइक आरक्षक की बाइक से टकरा गई थी. बताया जाता है कि पुलिया पर लोहे की रेलिंग नहीं थी. वर्षा के मौसम में पुल के उपर से पानी बहता है. इसके लिए रेलिंग निकाल ली गई थी.(accidents due to insects and mites on the culvert) (khandwa accident)