खंडवा। बेटियों के लिए केंद्र और राज्य सरकारे कई तरह की योजनाएं चला रही है. लेकिन उसके बावजूद समाज में आज भी बेटियों को बोझ समझा जाता है. ऐसा ही एक मामला खंडवा से सामने आया है. जहां बीमार हालत में 7 महीने की बच्ची को एक वृद्ध महिला अस्पताल में भर्ती करा कर रफूचक्कर हो गई.
सात महीने की बीमार बच्ची को अस्पताल में छोड़ भागी दादी, हालत गंभीर - Social worker Sunil Jain
खंडवा शासकीय महिला अस्पताल में एक दादी अपनी 7 महीने की बीमार पोती को छोड़कर भाग गई. फिलहाल बच्ची का इलाज जारी है, जिसकी हालत गंभीर बताई जा रही है.
खंडवा के शासकीय महिला अस्पताल के शिशु गहन चिकित्सा इकाई में बच्ची को भर्ती करने के बाद जब डॉक्टर ने वृद्ध महिला से बच्ची की मां को लाने को कहा, तो वह गई लेकिन वापस नहीं लौटी. जिसके बाद बाल कल्याण समिति को इसकी सूचना दी गई. फिलहाल बच्ची का इलाज जारी है. शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर ने बताया कि बच्ची की हालत गंभीर है. उसका वजन 1 किलो 50 ग्राम है.
इस तरह के बच्चों के पुनर्वास के लिए काम करने वाले समाजसेवी सुनील जैन भी बच्ची का हाल जानने महिला अस्पताल पहुंचे और बच्ची के बारे में डॉक्टर से मिलकर जानकारी ली. सुनील जैन ने बताया कि ऐसे कई मामले खंडवा में हुए हैं जहां बच्चियों को माताएं कहीं कचरे के ढेर में तो कहीं नालियों में छोड़कर चली गई थी. उन्हें हमने उठाकर उपचार करवाया और बाल कल्याण समिति के माध्यम से गोद दिया. यह बच्चे आज सम्मान जनक परिवारों में रह रहे हैं.