होशंगाबाद| धान खरीदी नहीं होने से परेशान किसानों ने आत्महत्या की चेतावनी दी है. बनखेड़ी तहसील में 553 किसानों का 53 मीट्रिक टन धान सरकार के लिए चिंता का विषय बन गया है. धान की बिक्री के लिए बनखेड़ी के किसान दर-दर की ठोकर खाने को मजबूर हैं. आलम ये है कि किसान प्रभारी मंत्री से लेकर तहसीलदार तक के चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन उन्हें आश्वासन के अलावा और कुछ नहीं मिल रहा.
धान खरीदी नहीं होने से अन्नदाता परेशान, आत्महत्या की दी धमकी
धान खरीदी नहीं होने से परेशान किसानों ने आत्महत्या की चेतावनी दी है. बनखेड़ी तहसील में 553 किसानों का 53 मीट्रिक टन धान सरकार के लिए चिंता का विषय बन गया है. धान की बिक्री के लिए बनखेड़ी के किसान दर-दर की ठोकर खाने को मजबूर हैं. आलम ये है कि किसान प्रभारी मंत्री से लेकर तहसीलदार तक के चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन उन्हें आश्वासन के अलावा और कुछ नहीं मिल रहा.
बनखेड़ी में धान की खरीदी 25 नवंबर से 15 जनवरी तक की जानी थी. इसके लिए 13 केंद्र बनाए गए थे. लेकिन इस दौरान सर्वर डाउन, बारदाना खत्म होना,परिवहन जैसी समस्याओं के कारण सोसायटी अपने लक्ष्य को लगभग आधा ही खरीद पाई थी. ई-गवर्नेंस का खरीदी पोर्टल बंद हो गया. जिसके बाद प्रशासन ने 15 जनवरी को से कूपन के माध्यम से धान खरीदने का आश्वासन दिया था और सभी सहकारी समितियों के प्रबंधक अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि धान को टोकन प्रकिया के अंतर्गत खरीदना शुरू कर दें. लेकिन 15 जनवरी से अभी एक पोर्टल चालू नहीं हुआ.
पोर्टल चालू नहीं होने के बाद प्रशासन फसल को वापस करने की बात कर रहा है. लेकिन इस दौरान दो बार बारिश होने के कारण उस फसल की चमक कम हो गई है. किसान खुले बाजार में उस फसल को बेचने जाता है तो उससे उसकी उचित कीमत भी नहीं मिल रही है. और किसानों को फसल का भुगतान सरकार के पोर्टल पर फसल चढ़ने के बाद ही मिलेगा. बता दें अब किसान आत्महत्या करने तक की बात करने लगे हैं. कई किसान तो जहर लेकर सरकारी दफ्तरों तक पहुंच भी रहे हैं.