पद्मश्री लोकगायिका मालिनी अवस्थी ने लोकगीतों से दर्शकों के बीच बांधा समां, देखें खबर - प्रसिद्ध लोकगायिका मालिनी अवस्थी
जिले में प्रसिद्ध लोकगायिका मालिनी अवस्थी ने लोकगायन की शानदार प्रस्तुति दी, जिसमें सोहर, कजरी, ब्याह जैसे विधाओं से दर्शकों के बीच समां बांध दिया.
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खंडवा। जिले के गौरीकुंज सभागृह में पद्मश्री से सम्मानित लोकगायिका मालिनी अवस्थी ने लोकगायन की प्रस्तुति दी, जिसको सुनते ही दर्शक ताली बजाने के लिए मजबूर हो गए. सोहर, कजरी, ब्याह, विदाई, दादरा जैसे अलग-अलग विधाओं में मालिनी अवस्थी ने अपने सुर बिखेरे.
मालिनी अवस्थी ने 'कजरी' में 'अरे चाहे भैया रूठे, चाहे जाए, 'सबनवा' में 'नहीं जाईबे ननदी' और 'दादरा' में 'जमुनिया की डार में तोड़ लाई राजा' लोकगीतों से समां बांध दिया. इसके अलावा द्वारे पे आई बारत, रंगीला बन्ना ब्याहन आया, नखरेदार बन्नो आई पिया, मची है धूम शहर में किसकी शादी है की शानदार प्रस्तुति दी. लोगों में खासा उत्साह देखने को भी मिला.