खंडवा।विधानसभा उपचुनाव में करारी मात खाने के बाद कांग्रेस अब नगरी निकाय चुनाव में जमीन तलाश रही है. नगरी निकाय चुनाव में पिछले 20 सालों से देवास में कांग्रेस का महापौर नहीं बना है. अब फिर से कांग्रेस के दावेदार नगरी निकाय चुनाव में अपना भविष्य तलाशने में लग गए है. साेमवार को महापौर और पार्षद प्रत्याशी पद के दावेदारों से चर्चा की गई. महापौर पद के लिए 12 से अधिक लोगों ने दावेदारी की है. वहीं पार्षद पद के लिए एक वार्ड से चार से पांच दावेदार सामने आए हैं. कुछ ही वार्ड ऐसे हैं जहां से केवल एक व्यक्ति ने दावेदारी की है.
मीडिया को किया गया बाहर
बैठक में कांग्रेस के कार्यकर्ता कम दावेदार अधिक मौजूद रहे. इस बीच यादव ने मीडिया को यह कहते हुए बाहर करवा दिया गया कि कांग्रेस की यह गुप्त बैठक है. इसके बाद दरवाजे पर सेवादल के पदाधिकारी को खड़ा कर मीडिया को अंदर जाने से रोका गया. यादव के संबोधित करने के बाद चुनाव प्रभारी बैरागी और सह प्रभारी वर्मा ने संबोधित कर केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए महापौर चुनाव में कांग्रेस को जीत दिलाने के लिए कार्यकर्ताओं में जोश भरा.
बैठक में हुआ शोरगुल
पुर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव के संबोधित के दौरान उत्साहित कार्यकर्ता उनके नाम से जिंदाबाद के नारे लगाने लगे. यह देख यादव ने उन्हे नारे लगाने से रोक दिया. यादव ने उंगली दिखाते हुए कहा कि बैठ जाओं नहीं तो टिकिट कट जाएगा. इसके कुछ देर बाद 15 से 20 युवा कार्यकर्ता दो पहिया वाहनों से कांग्रेस के झंडे लेकर नोरबाजी करते हुए गांधी भवन पहुंचे, उन्हें भी शांत करा दिया गया.