खंडवा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विधानसभा उपचुनाव से ठीक पहले प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की पेंडिग राशि वितरित करने के लिए आयोजन तो कर दिया लेकिन इसमें काफी गड़बड़ियां सामने आ रही हैं. सोशल मीडिया पर एक सूची वायरल हो रही है, जिसमें एक किसान के नाम केवल 4 रुपये बीमा राशि डाली गई है, जिससे किसान सदमे में है और सरकार से जहर खाने के लिए पैसे की मांग कर रहा है.
खालवा तहसील के पाडलिया गांव के किसान जगदीश गौंड के नाम पर ढाई एकड़ जमीन है. इसी जमीन से वो परिवार का भरण पोषण करते हैं. साल वर्ष 2019-20 में किसान ने सोयाबीन की फसल लगाई थी, लेकिन अतिवृष्टि से उनकी फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई. किसान का कहना है कि खेती करने में उनके हर साल 40-50 हजार रुपये की लागत आती है. ऐसे में अगर प्राकृतिक आपदा आ जाती है तो परिवार को पालना मुश्किल हो जाता है.
वहीं बैंक द्वारा फसल बीमा के नाम पर हर साल 1200 से 1500 रुपए प्रीमियम काट लिया जाता है. जब बीमा राशि देने की बारी आई तो उसने नाम पर केवल चार रुपये दर्शाए गए हैं. ऐसे में वे काफी परेशान हैं. किसान का कहना है कि चार रुपये में तो जहर की पुड़िया भी नहीं आती, सरकार थोड़े से पैसे और दे देती, जिससे वे कम से कम जहर खरीद सकें और अपने परिवार को खिलाकर खुद खा लेते.