खंडवा।मध्य प्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा लापरवाही चरम पर है, जिससे अक्सर बारिश के मौसम में हादसे होते रहते हैं. लगातार दो दिनों से हो रही धीमी बारिश ने वैसे भी जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है. इसके साथ ही खंडवा में बिजली खंभों में करंट उतरने की दो खबर सामने आई हैं. नगर के मुस्लिम मोहल्ले में बिजली खंबे में करंट की चपेट में आने से वहां खड़ी बकरी चिपक गई और नागा पुरा मोहल्ले में करंट लगने से एक गाय की मौत हो गई है. इसके अलावा भी लक्ष्मी नारायण मंदिर के पास एक गाय को करंट लगा था, लेकिन वह बच गई.
नगर में विद्युत कंपनी द्वारा जो विद्युत पोल लगाए गए हैं, उन पर लगे मीटर बॉक्स के ढक्कन पूरी तरह से टूट-फूट गए हैं. बारिश के मौसम में विद्युत संयोजनों की वायरिंग खुली और बेतरतीब रुप से लटकी हुई देखी जा सकती है. ऐसा ही हाल बिजली के खंभों पर विद्युत कंपनी द्वारा दिए गए कनेक्शनों में भी देखा जा सकता है.
नगर में आए दिन पशुओं को करंट लगने की घटनाएं सामने आती रहती है. फिर भी विद्युत कंपनी इसे व्यवस्थित करने की बजाए इसमें लापरवाही बरत रही है. आसपास के लोगों का आरोप है कि बिजली खंभों पर जो मीटर लगाए गए हैं, वह जमीन से मात्र 2 या 3 फीट की दूरी पर ही हैं, जिससे बच्चों को करंट लगने का खतरा बना रहता है. इन मीटरों पर लगे बॉक्स भी टूट गए हैं. मीटर भी खुले नजर आते हैं. नगर में अनेकों स्थान ऐसे हैं जहां बिजली के खंभों के पास से निकलने पर डर बना रहता है.
पंधाना नागापुरा निवाशी सुनील गंगराड़े ने बताया कि विगत चार वर्षों में 12 से ज्यादा केस करंट के हो चुके हैं. 181 मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर भी शिकायत करने के बाद भी हेल्पलाइन औपचारिकता बनकर रह गई है. अभी तक पूरे पंधाना इलाके में लगे पोल पर मीटर बॉक्स का निराकरण नहीं हुआ है. मुख्य पशु चिकित्सक डॉक्टर कड़वा चौहान ने तत्काल पहुंचकर गाय को बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन तब तक गाय की मौत हो चुकी थी. इस मामले को लेकर बिजली विभाग के कार्यपालन यंत्री हिमांशु चौहान ने बताया की जिस जगह करंट की घटना घटी है वहां स्टाफ को भेजकर दिखवाया जायेगा.