नियमों को ताक पर रखकर में बिना डायवर्सन के बनी कॉलोनीयां
खंडवा के पंधाना में मनमने तारिके से कॉलोनियां काटी जा रही है. इस पर प्रशासन भी ध्यान नहीं दे रहा है. मामला सामने आने के बाद एसडीएम ममता खेड़े का कहना है कि जांच के बाद आरोपियों पर कार्रवाई की जाएगी.
खंडवा। पंधाना में वर्तमान में करीब 10 नवीन कॉलोनियां काटी जा रही हैं. यह कॉलोनी धुलकोट रोड़, कुंडिया रोड़ , खारवा रोड , आरूद रोड़ और खंडवा रोड़ पर कई स्थानों पर कॉलोनियां काटी जा रही हैं. खास बात यह है कि नगर में एक या दो कॉलोनी छोड़कर सभी कॉलोनी अवैध है. जिससे यह स्पष्ट होता है कि प्रशासन ने यहां कॉलोनियों में कॉलोनाइजरों की मनमानी को लेकर कार्रवाई नहीं की है. इतना ही नहीं इन नवीन कॉलोनियों में एक ही सर्वे नंबर में दूसरे सर्वे के प्लाट को बेच दिया जाता है. नियम अनुसार जिस कॉलोनी का डायवर्सन नहीं है, उसकी रजिस्ट्री नहीं होगी पर उपपंजीयक कार्यालय में रजिस्ट्रार द्वारा इसकी जांच किए बिना ही प्लाटों की रजिस्ट्रियां धड़ल्ले से की जा रही हैं.
नप के पास नहीं है कॉलोनियों का रिकॉर्ड
नगर परिषद पंधाना में कॉलोनियां काटने के लिए मात्र एक व्यक्ति द्वारा लाइसेंस लिया गया है. अन्य किसी भी कॉलोनाइजर ने लाइसेंस नहीं लिया है. कॉलोनाइजिंग एक्ट के तहत किसी भी जमीन मालिक ने नियम का पालन नहीं किया, जबकि नगर परिषद की बिना अनुमति नगरीय क्षेत्र में कॉलोनी नहीं काटी जा सकती. सबसे बड़ी बात तो यह है कि नप प्रशासन के पास कॉलोनियों का रिकार्ड तक नहीं है. प्रशासन ने अभी तक सर्वे नहीं कराया है. अवैध कॉलोनियों के कारण नगर परिषद को संपत्ति कर के रूप में हर साल लाखों रुपए का नुकसान हो रहा है. खास बात यह है कि अवैध कॉलोनी काटने वालों के खिलाफ कार्रवाई न होने की वजह से नगर के कई इलाकों में अवैध रूप से प्लाटिंग की जा रही है. जिससे कृषि योग्य जमीन को भी कॉलोनी में परिवर्तित कर दिया गया है.