खंडवा।मध्यप्रदेश की तीर्थनगर ओंकारेश्वर में तेज बारिश और आंधी की वजह से श्रद्धालुओं से भरी एक नाव पलट गई. इस हादसे में नाव पर सवार एक ही परिवार के 6 लोग पानी में डूब गए, जिसमें से 1 मासूम बच्चे की मौत हो गई, वहीं एक आदमी अभी लापता है. नाविक और गाेताखारों ने 4 लोगों की जान बचा ली. घटना सोमवार दोपहर की बताई जा रही है. गुजरात से पुलिस अधिकारी अपने परिवार के साथ ओंकारेश्वर भगवान के दर्शन करने आए हुए थे. वे 3 दिन पहले इंदौर आए थे, यहां से उज्जैन महाकाल गए थे. महाकाल के दर्शन कर वे सोमवार को ओंकारेश्वर दर्शन करने आए थे. इसी दौरान परिवार नौका विहार का आनंद ले रहा था, तभी अचानक तेज हवाओं के साथ बारिश होने लगी.
Video: ओंकारेश्वर के नर्मदा नदी में पलटी नाव, एक ही परिवार के 6 लोग डूबे, मासूम की मौत, एक लापता - खंडवा में नर्मदा में डूबने से 1 मासूम की मौत हो गई
खंडवा के ओंकारेश्वर में नर्मदा नदी में नाव पलटने से एक ही परिवार के 6 लोग डूब गये, जिसमें 1 मासूम की मौत हो गई, वहीं एक आदमी अभी लापता है, जबकि 4 लोगों को बचा लिया गया है. बताया जा रहा है कि तेज हवा के साथ आई बारिश की वजह से ये हादसा हुआ.
![Video: ओंकारेश्वर के नर्मदा नदी में पलटी नाव, एक ही परिवार के 6 लोग डूबे, मासूम की मौत, एक लापता boat overturned in omkareshwar narmada river](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/1200-675-18511038-thumbnail-16x9-khan.jpg)
ओंकारेश्वर में पलटी नाव: हवा इतनी तेज थीं की घाट किनारे खड़े नाव तक पानी में डूब गई. इधर, नौका विहार कर रहे परिवार की नाव भी नर्मदा नदी में पलट गई. देखते ही देखते मौके पर चीख-पुकार मच गई. वहीं, घटना को देख कुछ नाविक और घाट पर खड़े गोताखोर नर्मदा नदी में कूद गए. उन्होंने परिवार के 4 लोगों को बचा लिया, लेकिन 2 साल का निकुंज डूब गया जिसका शव गोताखारों ने निकाला. वहीं 1 पुलिसकर्मी की तलाश की जा रही है. मांधाता थाना प्रभारी बलजीत सिंह बिसेन ने बताया कि गोताखोरों की मदद से लापता पुलिसकर्मी को तलाश कर रहे हैं.
नहीं थम रहे हादसे:ओंकारेश्वर में नाव पलटने की घटनाएं नहीं थम रही हैं. कुछ दिनों पहले इंदौर से आए लोगों के साथ डैम के पास हादसा हुआ था. इसके साथ ही एक परिवार की नाव पलट गई थी, इसमें 1 व्यक्ति की मौत हुई थी. इन घटनाओं को संज्ञान में लेकर ओंकारेश्वर प्रशासन ने नाविकों को ताकीद किया था कि विपरीत परिस्थित में नावों का संचालन नहीं करें. पानी अधिक होने पर या मौसम खराब होने की स्थिति में नाव नहीं चलाएं. लेकिन इसका उन पर कहीं कोई असर होता नजर नहीं आ रहा.